नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी बाबा के घर पर चला बुलडोजर, उग्र वकीलों से बचाने हेलमेट पहनाकर थाने ले गई पुलिस
रीवा- नाबालिग किशोरी से रेप के आरोप में गिरफ्तार किए गए कथित बाबा महंत सीताराम दास के घर को गुरुवार को तोड़ दिया गया। सीताराम दास के सहयोगी विनोद पांडे के घर को भी प्रशासन ने जेसीबी मशीन से जमींदोज कर दिया।
रीवा के कलेक्टर मनोज पुष्प ने बताया कि सीताराम दास का पैतृक गांव गढ़ थाना क्षेत्र के गुढ़वा में है। उसका सहयोगी विनोद पांडे नई गढ़ी थाना क्षेत्र के अंकौरी गांव का रहने वाला है। गुरुवार को प्रशासन ने दोनों के घरों को बुलडोजर से तोड़ दिया।
सीताराम दास पर रीवा के सर्किट हाउस में नाबालिग किशोरी के साथ रेप का आरोप है। एक कार्यक्रम के लिए रीवा आए बाबा के चेले 28 मार्च को सतना जिले की किशोरी को बहला-फुसलाकर लाए थे। उन्होंने सर्किट हाउस में पहले शराब पी और जबरदस्ती किशोरी को भी पिलाई। इसके बाद उन्होंने किशोरी को बंद कमरे में बाबा के साथ छोड़ दिया। बाबा की ज्यादती का शिकार हुई किशोरी को उसके चेले वापस लेकर जा रहे थे। रास्ते में अपने एक परिचित को देखकर किशोरी कार से कूद गई और पुलिस के पास पहुंच गई थी।
पॉस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने सबसे पहले विनोद पांडे को गिरफ्तार किया था। फरार चल रहे आरोपी बाबा सीमाराम दास उर्फ समर्थ त्रिपाठी को 30 मार्च को सिंगरौली से पकड़ा गया था। रीवा और सिंगरौली पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में उसे बस स्टैंड के पास नाई की दुकान से गिरफ्तार किया गया था।
आरोपी सीताराम दास और उसके सहयोगी विनोद पांडे को सिविल लाइन पुलिस थाने से जुलूस निकालते हुए पैदल न्यायालय तक लेकर गई। न्यायालय ने आरोपियों को पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड में रखने का आदेश दिया है। पुलिस जब बाबा को कोर्ट से वापस लेकर जा रही थी, तब वकील उग्र हो गए। उन्होंने सीताराम दास के साथ मारपीट करने की कोशिश की। वकीलों के गुस्से को देखकर कोर्ट परिसर में भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा। इसके बाद हेलमेट पहनाकर बाबा को थाना ले जाया गया।
विशाल खबर के लिए धीरेन्द्र पाण्डेय की रिपोर्ट