100 करोड़ से ज्यादा की आयकर चोरी उजागर, किसानों से भी होगी पूछताछ

इंदौर- रियल इस्टेट कारोबारियों पर आयकर विभाग ने दो दिन पहले छापामार कार्रवाई शुरू की, जो अभी भी जारी है और लगभग 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की कर चोरी उजागर होने की संभावना है, क्योंकि 40 से 50 करोड़ का लेन-देन तो अभी तक की जांच में ही सामने आ गया है। हाई लिंक सिटी के वीरेन्द्र गुप्ता के साथ चांवला, सचदेवा के यहां जांच में बड़ी नकदी भी मिली।
गोविंद चांवला, सागर, निम्मी और उसके पार्टनर नीरज सचदेवा द्वारा पिछले कुछ वर्ष में कई बड़े प्रोजेक्ट किए हैं। भाजपा नेता का संरक्षण भी इस समूह को हासिल है, जिसके चलते प्राधिकरण की योजना 78 में मिले भूखंड पर बनी हाईराइज बिल्डिंग के अलावा निपानिया में स्काय लग्जुरिया और एक नए शॉपिंग मॉल सहित कई कालोनियां काटी और डायरियों पर भी करोड़ों रुपए का माल बेच दिया। 14 करोड़ से अधिक की हुंडी भी मिली, तो 5 करोड़ से अधिक की नकदी और कई बेशकीमती घडिय़ां भी जब्त हुई है। वहीं किसानों से किए करोड़ों के लेन-देन के चलते अब उनसे भी आयकर विभाग पूछताछ करेगा।
पिछले दिनों ही विभाग को मिले हैं सर्च और सर्वे के अधिकार
सितम्बर-20 से वित्त मंत्रालय ने कोविड के चलते आयकर से सर्च और सर्वे के अधिकार छिन लिए थे, जो पिछले दिनों ही वापस लिए गए। फेसलेस अधिनियम के चलते ये अधिकार छिने थे। मगर फिर आयकर चोरी बढऩे के चलते पिछले दिनों ही सीबीडीटी यानी केन्द्रीय प्रत्यक्षकर बोर्ड ने आयकर आयुक्तों ने सर्च और सर्वे के अधिकार दिए, जिसके चलते अब एक बार फिर आयकर विभाग की इन्वेस्टीगेशन विंग ने छापामारी शुरू कर दी।




