भोपाल- टीटी नगर स्थित सीएम राइज स्कूल कमला नेहरू के परिसर में चार साल पहले शासकीय नूतन सुभाष उमावि शिफ्ट हुआ, लेकिन चार साल बाद भी अब तक इसे स्थायी ठिकाना नहीं मिला है। इस स्कूल में केजी से बारहवीं तक 550 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, जो किसी तरह गर्मी और सर्दी में भी टीनशेड में पढ़ने के लिए मजबूर हैं। आखिर करें भी तो क्या, स्कूल शिक्षा विभाग अब तक इस स्कूल के लिए जगह तलाश नहीं कर पाया। सीएम राइज के तहत कमला नेहरू स्कूल का चयन होने के बाद नूतन सुभाष स्कूल को जगह खाली करने के लिए बार-बार नोटिस दिया जा रहा है। अब ऐसे में स्कूल की प्राचार्य, शिक्षक और विद्यार्थियों को पंचशील नगर स्थित सरदार पटेल स्कूल में शिफ्ट किया जा रहा है। वहां भी अस्थायी तौर पर भेजा जा रहा है। कुछ ऐसा ही हाल टीटी नगर स्थित 11 अन्य स्कूलों का है। बता दें कि स्मार्ट सिटी के तहत टीटी नगर के 11 स्कूलों को विस्थापित किया गया। इनमें आठ सरकारी और तीन प्रायवेट स्कूल शामिल हैं। तब स्मार्ट सिटी प्रबंधन ने दावा किया था कि दो साल के अंदर इन स्कूलों के नए भवन बनाकर देंगे। नए भवन पहले से अधिक सुविधाजनक होंगे, लेकिन विस्थापन को चार साल बीतने के बाद भी अब तक नौ स्कूलों को भवन बनाकर नहीं दिया गया है।
चार साल से टीनशेड में चल रहा है
नूतन सुभाष स्कूल चार साल से टीनशेड में चल रहा है, लेकिन विभागीय अधिकारियों की नजर कभी भी इस स्कूल की तरफ नहीं गई। इनमें से कोई स्कूल किसी अन्य स्कूल के परिसर में चल रहा है तो किसी की पहचान ही खत्म हो गई। नूतन सुभाष स्कूल के बच्चों को सुविधा, सुरक्षा, खेलने के अधिकार मिल ही नहीं पा रहे हैं। ऐसे में सिर्फ दो स्कूल रमानगर में चंद्रशेखर आजाद स्कूल और सम्राट स्कूल को अपना भवन मिला है। दीप शिखा स्कूल, नूतन सुभाष स्कूल, संस्कृत आवासीय विद्यालय सहित कई स्कूलों को अपना भवन नहीं मिला है।
ये सरकारी स्कूल भी दायरे में
कस्तूरबा हायर सेकंडरी, गांधी बाल विद्या मिडिल स्कूल, दीपशिखा मिडिल स्कूल, नूतन सुभाष, सम्राट अशोक मिडिल स्कूल, चंद्रशेखर आजाद स्कूल, माडल स्कूल व कमला नेहरू स्कूल, संस्कृत आवासीय विद्यालय दायरे में हैं।
सीएम राइज स्कूल कमला नेहरू की ओर से कई बार स्कूल भवन खाली करने के लिए नोटिस मिल चुका है। अब हमें नई जगह सरदार पटेल स्कूल में शिफ्ट कराया जा रहा है। चार साल बाद भी हमें स्थायी ठिकाना नहीं मिला है।
– नाहिद जहां, प्राचार्य, शासकी नूतन सुभाष उच्चतर माध्यमिक विद्यालय
-चार साल से राज्य स्तरीय संस्कृत विद्यालय के लिए जगह नहीं मिली। इस कारण रशीदिया सीएम राइज स्कूल में संस्कृत महाविद्यालय चल रहा है।
– पीआर तिवारी, निदेशक, संस्कृत आवासीय कन्या विद्यालय
मैंने कुछ दिन पहले ही ज्वाइन किया है। इस संबंध में जानकारी नहीं है। जानकारी लेकर बता पाऊंगा।
– गौरव बैनल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी स्मार्ट सिटी
दो स्कूल को भवन आवंटित कर दिए हैं। बाकी अन्य के लिए जगह तलाशी जा रही है। जल्द ही उन्हें भी जमीन आवंटित कराई जाएगी।
-अविनाश लवानिया, कलेक्टर