भारत सरकार ने नेजल वैक्सीन को दी मंजूरी

एक तरफ अभी दुनिया कोरोना के कहर से ऊभर नहीं सका है कि एक बार फिर यह वायरस तेजी से अपना पैर पसार रहा है। दरअसल, साल 2020 में वैश्विक महामारी कोरोना ने पूरी दुनिया में तबाही मचाई थी। जिसके बाद धीरे- धीरे सब कुछ सामान्य होने लगा। भारत में कोरोना वैक्सिन लगने के बाद इसका खतरा लगभग कम हो गया था लेकिन चीन में कोरोना की खबर ने एक बार सभी देशों को हिला कर रख दिया है।
पिछले 24 घंटे में 5.37 लाख नए मामले आए सामने
IMA ने कहा कि उपलब्ध रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका, जापान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस और ब्राजील जैसे देशों से पिछले 24 घंटे में लगभग 5.37 लाख नए मामले सामने आए हैं। इसी कड़ी में भारत सरकार भी पहले से ही सतर्क हो चुकी है। भारत सरकार समेत सभी राज्य सरकार द्वारा कोविड से निपटने के लिए समीक्षा बैठक की जा रही है। इसके साथ ही, भारत सरकार ने नाक से दी जाने वाली नेजल वैक्सीन को हरी झंडी दिखा दी है, तो आज के आर्टिकल में हम आपको इसके बारे में विस्तृत जानकारी देगें…
जानें किस-किसको लगेगा ये टीका
- आज से नेजल वैक्सीन कोविन ऐप पर उपलब्ध होगी।
- नेजल वैक्सीन को नाक के माध्यम से स्प्रे करके दिया जाएगा।
- इसकी दो खुराक दी जाएगी इसलिए अब सुई लगवाने की जरुरत नहीं है।
- इसके दोनों खुराक को 28 दिनों के अंतराल में दिया जाएगा।
- दोनों खुराक की मात्रा 0.5 मिलीलीटर होगी।
- भारत के वैज्ञानिकों ने नेजल वैक्सीन का विकास किया है।
- पहले से कोविशील्ड या कोवैक्सीन का टीका लगवाने लोग भी इसे ले सकते हैं, इसमें कोई खतरा नहीं है।
- फिलहाल ये सिर्फ निजी अस्पतालों में उपलब्ध होगी।
- जल्द ही टीकाकरण कार्यक्रम में भी इसे शामिल किया गया है।
- भारत सरकार ने कोरोना के जीनोम सिक्वेंसिंग टेस्ट को बढ़ावा देने पर जोर दिया है।
कल से शुरू होगी रैंडम सैंपलिंग
- शनिवार से सभी एयरपोर्ट्स पर रैंडम सैंपलिंग शुरू हो जाएगी।
- रैंडम सैंपलिंग के लिए यात्री से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
- स्वास्थ्य मंत्रालय खुद उठाएगा इसका खर्च।
- एयरलाइन रैंडम ढंग से 2% यात्रियों की पहचान करेगी।
- IDSP नेटवर्क के जरिए उनपर निगरानी रखी जाएगी।
कोरोना से सतर्क रहने की जरूरत
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने गंभीर स्थिति को देखते हुए कहा कि कोरोना की महामारी अभी तक खत्म नहीं हुई है। यह अपना रूप बदल-बदलकर सामने आ रहा है। ऐसे में हम सभी को सतर्क रहने की जरूरत है। साथ ही, देश की दवाई और वैक्सीन की जरूरत को पूरा करने के लिए आज हम पूरी तरह से तैयार हैं। आगे उन्होंने कहा कि, एक्सपर्ट कमेटी ने नेजल वैक्सीन को मंजूरी दे दी है, जिसे भारत के वैज्ञानिकों ने विकसित किया है जो कि उनकी बड़ी उपलब्धि है।
CDSCO ने दी थी मंजूरी
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने मंगलवार को बताया था कि केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने 18 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए इस साल 5 सितंबर को रिकोम्बिनेंट नेजल कोविड-19 टीके को मंजूरी दे दी थी।




