नहीं थम रहा सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का आंकड़ा

ग्वालियर- जीवाजी विश्वविद्यालय में सीएम हेल्पलाइन से जुड़ी शिकायत का आंकड़ा कम नहीं हो रहा है। लगातार बढ़ रहे आंकड़े से जीवाजी विश्वविद्यालय का प्रबंधन चिंता में है। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ राजेंद्र कुमार बघेल ने चिंता जताते हुए स्पष्ट किया है कि वर्तमान में विश्वविद्यालय सीएम हेल्पलाइन के आंकड़े को कम नहीं कर पा रहा है। यह आलम तब है जब कर्मचारी छुट्टी के दिनों में भी काम करते हैं। लगातार बढ़ रहा सीएम हेल्पलाइन का आंकड़ा कहीं ना कहीं विश्वविद्यालय प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े करता है। राजेंद्र कुमार बघेल ने विश्वविद्यालय प्रबंधन के अधिकारियों सहित कर्मचारियों को स्पष्ट दिशा निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द काम कर और कार्यप्रणाली में सुधार कर सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के आंकड़े को कम करने का प्रयास किया जाए।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जीवाजी विश्वविद्यालय में रोजाना सैकड़ों विद्यार्थी अपनी मार्कशीट और रिजल्ट से संबंधित कामों के लिए चक्कर काटते हैं या यूं कहें कि धक्के खाते हैं। वहीं जब यह विद्यार्थी चक्कर काट काट के थक जाते हैं तब अपनी शिकायत दर्ज कराते हैं ।जीवाजी विश्वविद्यालय में शिकायत दर्ज कराने के लिए छात्र सहायता केंद्र से फॉर्म लेकर टोकन जमा करना होता है ।इस पर छात्रों का आरोप है कि टोकन जमा करने के बावजूद भी कोई वांछित कार्यवाही नहीं होती है या उसमें भी छात्रों को चक्कर काटने पड़ते हैं । जब छात्र इन सब समस्याओं से थक जाता है तब जाकर वह सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करवाता है।
11 डीलरों को ट्रेड लाइसेंस दिए, शोरूम की स्थिति देखी
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी एचके सिंह ने 11 आटोमोबाइल डीलरों को ट्रेड लाइसेंस जारी कर दिए हैं, जिसमें सात चार पहिया व चार दोपहिया के डीलरों को लाइसेंस मिला है। दोपहिया के दो नए आवेदन आ गए हैं, जिन्हें शुक्रवार को लाइसेंस जारी किया जाएगा। वहीं दूसरी ओर आरटीओ ने मेले में आटोमोबाइल सेक्टर का निरीक्षण किया। डीलरों ने अपने शोरूम तैयार नहीं किए हैं। कैनोपी लगाकर ग्राहकों को वाहन दिखा रहे हैं और ट्रायल दे रहे हैं। इनके विधिवत शोरूम तैयार नहीं हुए हैं। शोरूम तैयार करने के लिए सामान मौके पर पड़ा है। आरटीओ का कहना है कि इनके शोरूम तैयार होने में समय लगेगा। शोरूम तैयार होने के बाद ही छूट का लाभ लोगों को दे सकेंगे।