शराबी पटवारी जनता पर भारी

मध्य प्रदेश के अंदर पटवारियों की कोई हैसियत हो या ना हो लेकिन सतना जिले के अंदर पटवारी सरकार पर भारी है । मध्य प्रदेश के अंदर कहीं के पटवारियों को लेकर विधानसभा में प्रश्न नहीं उठता लेकिन सतना के पटवारियों की हैसियत इतनी बड़ी है कि उनके नाम की गूंज मध्य प्रदेश के विधानसभा में भी होती है इतना सब कुछ हो जाने के बाद भी पटवारियों का आज तक कोई बाल बांका नहीं कर सका क्योंकि पटवारी अपने जेल में विधायक सांसद मंत्री और पता नहीं कौन-कौन को रखते हैं। अब देखिए ना चित्रकूट में अखिलेश त्रिपाठी नामक पटवारी ने शराब के नशे में एक महिला का एक्सीडेंट कर दिया उसके बाद भी उसके चेहरे में कोई शिकन नहीं है वह कह रहा है कि जहां भी इलाज होता है इलाज कराइए वीडियो में पैसा देते हुए भी दिख रहा है विशाल खबर के पास जो वीडियो है उसमें अखिलेश त्रिपाठी को कुछ लोग जलील करते हुए भी दिख रहे हैं लेकिन अखिलेश त्रिपाठी वहां पर जनता को यह बताने की कोशिश कर रहा है वह एसडीएम का बहुत खास है अभी उनके पास बैठना है । इतना ही नहीं पटवारी का एक दलाल दुर्घटनाग्रस्त महिला के परिजनों से यह कहते हुए सुना जा सकता है कि परेशान होने की जरूरत नहीं है जहां भी जरूरत पड़ेगी इलाज कराया जाएगा यदि एंबुलेंस भुलानी पड़ेगी तो बुलाई जाएगी लेकिन एफ आई आर कराने की जरूरत नहीं हो हल्ला करने की जरूरत नहीं है। हालांकि दुर्घटना के बाद महिला गंभीर बताई गई है अब देखना यह है कि इलाज के दौरान वह महिला स्वस्थ हो पाती है या उसकी तबीयत बिगड़ती है लेकिन सोचने वाली बात यह है कि जिन पटवारियों की वेतन दुनिया जहान को मालूम है लेकिन इनकी कमाई के चर्चे पूरे प्रदेश में है । सतना शहर के कई पटवारियों की हवेली चर्चा में है तो किसी का क्रेशर चर्चा में था तो किसी का पेट्रोल पंप चर्चा में है तो किसी का इस्तीफा चर्चा में है कहने का अभिप्राय है कि प्रदेश के अंदर पटवारियों की कोई हैसियत हो या ना हो लेकिन सतना जिले के अंदर पटवारियों की हैसियत इतनी बड़ी है कि उनका सरकार भी कुछ नहीं बिगाड़ पाती इसलिए दुर्घटनाग्रस्त महिला के परिजन भी समझदार निकले उन्हें मालूम था पटवारी भले शराब पीकर गाड़ी चला रहा था दुर्घटना भी कर दो लेकिन f.i.r. होने के बाद भी उसका कुछ बिगड़ेगा नहीं इसलिए दुर्घटना देने में ही भलाई समझी




