कांग्रेस में चल रहा है ‘कमलनाथ से पीछा छुड़ाओ अभियान,’ सीएम शिवराज ने कसा तंज

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कांग्रेस में हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की जगह अब ‘कमलनाथ से पीछा छुड़ाओ अभियान’ चल रहा है। उन्होने तंज कसते हुए कहा कि कमलनाथ स्वयंभू मुख्यमंत्री हो रहे हैं। रोज एक सवाल पूछने की कड़ी में सीएम ने कहा कि वो किसी भी सवाल का ठीक तरह से जवाब नहीं दे रहे हैं और उनका काम सिर्फ झूठे वायदे करना है।
सीएम ने किया सवाल
सीएम शिवराज ने पीसीसी चीफ कमलनाथ से सवाल किया है कि कांग्रेस ने किसानों के लिए नई सामाजिक सुरक्षा पेंशन का वादा किया था 60 साल से ऊपर के किसान, ढाई एकड़ खेत वाले किसान और आय न होने वाले किसानों को ₹1000 देने का किया था वादा किया था। कमलनाथ बताएं कि अपने कार्यकाल में उन्होने आखिर इस योजना का लाभ क्यों नहीं दिया। उन्होने कहा कि कमलनाथ ने जनता और किसानों को ठगा है। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कमलनाथ और कांग्रेस जनता को गुमराह करते हैं, भ्रम फैलाते हैं।
कमलनाथ पर आरोप
वहीं कमलनाथ के भावी सीएम और कांग्रेस नेताओं के अलग बयान पर सीएम शिवराज ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि देशभर में कांग्रेस हाथ से हाथ जोड़ो अभियान चला रही है लेकिन प्रदेश में कमलनाथ से पीछा छुड़ाओ अभियान चल रहा है। उन्होने कहा कि कमलनाथ ने खुद को अपने आप ही भावी मुख्यमंत्री घोषित कर दिया है ये वही बात है कि ‘सूत न कपास जुलाहों मे लठ्ठम लट्ठा।’ उन्होने कहा कि ‘जिन वादों को पूरा करने का वचन देखकर कमलनाथ जी सत्ता में आए उनमें से एक भी पूरा नहीं किया और एक बार फिर वो जनता से छलावे भरे वादे कर रहे हैं। उन्होने कहा कि कांग्रेस और कमलनाथ जी वोट लेने के लिए झूठ बोलकर जनता को गुमराह करते हैं। मैं अब तक 10 सवाल पूछ चुका हूँ पर उन्होंने एक का भी जवाब नहीं दिया। सीएम ने कहां कि सिर्फ वोट लेने के लिए कांग्रेस और कमलनाथ गुमराह करते हैं, झूठ बोलते हैं और भ्रम फैलाते हैं।
कमलनाथ का पलटवार
वहीं कमलनाथ ने पलटवार करते हुए कहा है कि अगर आंख का पानी बचा है तो आप जनता के सवालों के जवाब दीजिए। उन्होने कहा कि 18 साल तक मुख्यमंत्री रहने वाले शिवराज मुझसे सवाल कर रहे हैं, ये शर्म की बात है। ट्वीट करते हुए कमलनाथ ने लिखा कि ‘शिवराज चौहान जी सवालों से भागकर आप मध्य प्रदेश की जनता की निगाह में एक भगोड़े मुख्यमंत्री बनते जा रहे हैं। आप भाजपा की वह स्थिति कर देना चाहते हैं जिसे कहते हैं- हम तो डूबेंगे सनम, तुम्हें भी ले डूबेंगे। अगर आंख का पानी बचा हो तो जनता के सवाल का जवाब दीजिए: आपने वादा किया था कि हर जाति के सीमांत और लघु किसान को सूरजधरा और अन्नपूर्णा योजना में शामिल करके रियायती दरों पर उच्च गुणवत्ता के बीज उपलब्ध कराए जाएंगे। आपने सबको तो जोड़ा नहीं बल्कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के जिन किसानों को पहले से इस योजना का लाभ मिलता था, उनको भी लाभ से वंचित कर दिया। है कोई जवाब?’




