स्कूली बच्चों ने क्यों किया आंदोलन

आम आदमी जब पीड़ित होता है तक सड़क पर उतर आता है आंदोलन करने के लिए बात हो जाता है लेकिन स्कूली बच्चे काफी कुछ नासमझ होते हैं जल्दी आंदोलन का रास्ता अख्तियार नहीं करते लेकिन जब पानी सर से ऊपर हो जाता है तो बच्चों की भी मजबूरी हो जाती है सड़क पर उतरना आंदोलन का रास्ता अपनाना । मैहर में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के छात्र स्कूल प्रशासन हाय-हाय करते हुए दिखे। जिन बच्चों के हाथों में किताब होनी चाहिए कलम होनी चाहिए जिन बच्चों का दिमाग पढ़ने लिखने में लगना चाहिए उन बच्चों का दिमाग स्कूल प्रशासन की हठधर्मिता और लापरवाही के चलते आंदोलन प्रदर्शन धरने में लग रहा है यह किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं कहा जा सकता स्थानीय जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन को स्कूल प्रशासन द्वारा की जा रही खामी को तत्काल प्रभाव से दूर करना चाहिए । नहीं तो बच्चों का यह आंदोलन अभी तो शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है कब विध्वंसक हो जाएगा कुछ कहा नहीं जा सकता ।




