उचेहरा में आंदोलनकारियों ने क्यों किया सद्बुद्धि यज्ञ

5 ट्रेनों के स्टॉपेज को लेकर उचेहरा की आम जनता द्वारा निरंतर आंदोलन जारी है लेकिन बड़े अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि तकरीबन 15 दिन से आंदोलन चल रहा है लेकिन रेल प्रशासन कान में तेल डाल कर बैठा हुआ है । कई बार ऐसा देखा गया है कि जब संत प्रिया आंदोलनकारियों की बात प्रशासन नहीं सुनता तभी इस तरीके का आंदोलन अराजक और विध्वंसक हो जाता है उचेहरा में 15 दिन से आंदोलन चल रहा है बच्चे बूढ़े और जवान सभी लोगों ने इस आंदोलन को समर्थन दिया लेकिन रेल प्रशासन अपनी हठधर्मिता पर उतारू है जब करोना के पहले पांच ट्रेनों के स्टॉपेज थे तो वर्तमान में इन ट्रेनों का स्टॉपेज करने में रेलवे प्रशासन को कहीं कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए लेकिन जिस तरीके से आंदोलनकारियों की बात को रेल प्रशासन तरजीह नहीं दे रहा है उसे देखते हुए ऐसा लग रहा है कि आने वाले समय में उचेहरा की जनता जब यह मान लेगी कि शांतप्रिय तरीके से इस देश में किसी की कोई बात नहीं सुनी जाती तो ऐसे में निश्चित तौर पर आने वाले दिनों में आंदोलन का स्वरूप बदलेगा अब उचेहरा की जनता किस तरीके का आंदोलन करती है यह तो आने वाला समय बताएगा लेकिन रेल प्रशासन को सद्बुद्धि आए इस बात के लिए सुंदरकांड का पाठ उचेहरा के आंदोलनकारियों ने किया है इस संबंध में उचेहरा के पवन ताम्रकार ने प्रतिपक्ष के नेता रहे अजय सिंह राहुल से भी अपनी बात कही है अब देखना यह है कि आने वाले समय में उचेहरा की जनता के समर्थन में कौन सा नेता कितनी बड़ी पहल करता है यह भी देखने वाली बात लेकिन इतना तो जरूर कहा जा सकता है कि जिस तरीके से उचेहरा की जनता लामबंद होकर 5 ट्रेनों का स्टॉपेज मांग रही है यदि रेलवे प्रशासन ने उचेहरा की जनता की जायज मांगों को अनसुना किया तो 2023 के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव में उचेहरा की जनता भाजपा को सबक अवश्य सिखाएगी।




