विकास यात्रा का क्यों हुआ विरोध

मध्य प्रदेश के अंदर भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा विकास यात्रा जारी है उस विकास यात्रा में ज्यादातर विरोध या तो विधायकों का है या तो उस ग्राम पंचायत के सचिव का । सचिव का विरोध इसलिए भी होता है कि सचिव भ्रष्टाचार के सबसे बड़े खिलाड़ी है यदि वाकई में किसी को भ्रष्टाचार की ट्रेनिंग लेनी हो तो सचिव से अच्छी ट्रेनिंग कोई नहीं दे सकता बीते कई महीनों में सतना जिले के अंदर कई सचिव भ्रष्टाचार को लेकर बदनाम हो चुके हैं जिसमें रहिकवारा के सचिव बृज किशोर कुशवाहा को जेल हुई और निलंबित भी किया जा चुका है इसके अलावा पंधरा और दुरेहा के सचिव सचिन यादव के भ्रष्टाचार के कारनामे दिन प्रतिदिन लोगों के सामने आ जाते हैं लेकिन विकास यात्रा के दौरान मैहर विधानसभा की करुआ पंचायत में गांव के लोगों ने ग्राम सचिव शिव प्रसाद पटेल के विरुद्ध छोटा-मोटा आंदोलन नहीं बहुत बड़ा आंदोलन किया मैहर विधानसभा की विकास यात्रा की प्रभारी सुष्मिता सिंह के सामने आम जनता का विरोध जिस कदर सामने आया उसे देखते हुए तो तत्काल प्रभाव से शिव प्रसाद पटेल को ग्राम करवा से हटा देना चाहिए लेकिन राजनीतिक संरक्षण भी अपने आप में बड़ी चीज है जिस तरीके से जिले के अंदर सचिव भ्रष्टाचार कर रहे हैं उन्हें कहीं न कहीं कोई न कोई राजनीतिक व्यक्ति संरक्षण दे रहा है और यदि राजनीतिक व्यक्ति संरक्षण दे रहा है तो किसी अधिकारी की औकात नहीं कि उसे उस पंचायत से हटाया जा सके करुआ गांव की सैकड़ों जनता विकास यात्रा के दौरान जिस तरीके से तख्ती लेकर विरोध करने बड़ी दबंगी के साथ सड़क पर उतर आई उसे देखते हुए कहीं ना कहीं यह तो लगता है कि भ्रष्टाचार बड़े पैमाने पर हुआ है लेकिन अभी किसी को कुछ समझ में नहीं आएगा क्योंकि सरकार में बैठा हुआ व्यक्ति यह मानकर चलता है कि जितने भी आंदोलन प्रदर्शन धरने हो रहे हैं इसमें सब विरोधी दलों की साजिश है लेकिन 2023 में विधानसभा के चुनाव हैं और यही सड़क पर उतरने वाली जनता पूरा तख्तापलट देगी तब भारतीय जनता पार्टी को समझ में आएगा हालांकि इस पूरे मामले में सुष्मिता सिंह ने जनता को आश्वासन दिया है कि मुझसे जो बन पड़ेगा मैं अपनी बात शासन प्रशासन तक पहुचाऊंगी लेकिन उनकी भी आवाज सुनी जाएगी इसमें संदेह है अब देखना यह है कि इतने बड़े आंदोलन के बाद भी करुआ गांव का ग्राम सचिव शिव प्रसाद पटेल हटाया जाता है या नहीं हालांकि करुआ ग्राम के सचिव श्री प्रसाद पटेल के विरोध में उस गांव की जनता ने तमाम बयान दिए सुनिए क्या कहती है जनता और कितनी नाराज है सचिव से जनता इसके बाद भी अधिकारी नेता सब कान में तेल डालकर बैठे हुए हैं जिससे जनता शुभ और नाराज है इसका बदला जनता 2023 के चुनाव में अवश्य चुकाएगी ।




