कांग्रेस में फिर दिखा गुटबाजी का नजारा

सतना। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पूरे प्रदेश के अंदर घूम घूम कर कांग्रेश को एकजुट करने तथा 2023 में कांग्रेस की सरकार बनाने का दावा करते हैं जब दिग्विजय सिंह सतना आए थे तो उन्होंने कहा था कि विंध्य क्षेत्र में आने वाले समय में कांग्रेस एक बड़ा प्रदर्शन करेगी लेकिन कांग्रेस की गुटबाजी थमने का नाम नहीं ले रही युवक कांग्रेस ने पूरे प्रदेश के अंदर भारतीय जनता पार्टी के कार्यालयों के घेराव का एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था सतना शहर में भी उस कार्यक्रम की रस्म अदायगी हुई विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा डब्बू के समर्थक जहां भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय धरने की रस्म अदा की वही युवक कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मसूद अहमद शेर इस पूरे कार्यक्रम से नदारद दिखे इस पूरे आंदोलन पर नजर डालने के बाद एक ही शीशे की तरह साफ हो गई है अजय सिंह राहुल गुट और सिद्धार्थ कुशवाहा गुट में तकरार बनी रहनी है । जिस तरीके से यह दोनों गुट आपस में तकरार बनाकर राजनीति कर रहे हैं उसके चलते कहीं ना कहीं 2023 के चुनावी अभियान में इन दोनों गुटों को नुकसान उठाना पड़ेगा महापौर के चुनाव में जहां सिद्धार्थ कुशवाहा चुनाव लड़ रहे थे वही अजय सिंह राहुल का गुट पूरी तरह से सिद्धार्थ कुशवाहा के चुनाव से दूरी बनाए हुए था जिसका परिणाम यह हुआ कि सिद्धार्थ कुशवाहा महापौर का चुनाव हार गए । जिस तरीके की तकरार अजय सिंह राहुल और सिद्धार्थ कुशवाहा गुट में देखने को मिल रही है निश्चित तौर पर उसके परिणाम 2023 में कांग्रेश के अनुकूल नहीं होंगे। अब देखना यह है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह इन दोनों नेताओं की अदालत में कोई कमी ला पाते हैं या यह अदावत पूरी तरह से चुनाव में चलती रहेगी।




