सायकिल स्टैण्ड में गुंडई

सतना जिला चिकित्सालय में अराजकता रुकने का नाम नहीं ले रही है जिला चिकित्सालय के अंदर डॉक्टर नर्स वार्ड बॉय यह सब मिलकर मरीज और मरीज के परिजनों को लूटने का काम परेशान करने का काम तो करते ही हैं लेकिन जिला चिकित्सालय के अंदर साइकिल स्टैंड के ठेकेदार भी आम आदमी को लूटने में कोई कोताही नहीं बरतते । बहुत सारे हैरान-परेशान लोग मीडिया के सामने आकर कुछ बोलते नही कुछ लोग बोलने की हिम्मत जुटा लेते है । जिला चिकित्सालय के अंदर एक हैरान-परेशान आदमी ने साइकिल स्टैंड के ठेकेदार की उन गतिविधियों को उजागर किया है जिसे देखने के बाद अधिकारी और नेता को कायदे से कोई न कोई एक्शन लेना चाहिए लेकिन सतना के नेता और अधिकारी से आम जनता किसी भी तरीके के एक्शन की उम्मीद नहीं करती और जब नेता और अधिकारी अपनी उच्च कोर्ट निष्क्रियता का परिचय देते हैं तभी जिला चिकित्सालय में हंगामा होता है बवाल होता है मारपीट होती है तोड़फोड़ होता है। लेकिन आम आदमी की दुख दर्द से किसी भी अधिकारी और नेता को क्या लेना देना जहां ₹5 साइकिल स्टैंड में लगना चाहिए वहां अगर ₹80 भी वसूले जा रहे हैं तो अधिकारी और नेता के चेहरे पर शिकन क्यों आएगी ।




