भोपाल में लगे ‘कमलनाथ वॉन्टेड’ के पोस्टर्स, सियासी घमासान

राजधानी भोपाल में कमलनाथ के वॉन्टेड पोस्टर लगाए गए हैं और अब इस मुद्दे पर सियासी हंगामा मच गया है। इन पोस्टर्स पर ‘वांछित नाथ’ ‘करप्शन नाथ के कांड जाने’ ‘वॉन्डेट करप्शन नाथ’ जैसे स्लोगन लिखे है। इसी के साथ इनपर क्यूआर कोड भी दिया गया है और लिखा है कि स्कैम से बचने के लिए स्कैन करें। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि ये पोस्टर्स बीजेपी की कारस्तानी है। वहीं बीजेपी इसे कांग्रेस की अंदरूनी गुजबाजी का नतीजा बता रही है। कांग्रेस अब पुलिस में मामले की शिकायत करने जा रही है।
कांग्रेस ने लगाया बीजेपी पर आरोप
कमलनाथ वॉन्टेड के ये पोस्टर्स मनीषा मार्केट, शाहपुरा और शैतान सिंह चौराहे पर लगाए गए हैं। इनसे लिखा गया है कि ‘है- 25000 करोड़ का किसान कर्जमाफी घोटाला, 350 करोड़ का CD घोटाला, 1963 करोड़ का मोबाइल घोटाला, 1178 करोड़ का गेहूं बोनस घोटाला, 600 करोड़ का खाद घोटाला किसने किया।’ 15 महीने के कांग्रेस शासनकाल में घोटालों का आरोप लगाते हुए क्यूआर कोड दिए गए हैं। अब इन पोस्टर्स पर वॉर शुरु हो गई है और कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि ये काम बीजेपी का है। कांग्रेस नेता अरूण यादव ने कहा है कि ‘भाजपा द्वारा कमलनाथ जी के आपत्तिजनक पोस्टर लगाना बता रहा है कि भाजपा में घबराहट है, सत्ता जाते हुए दिख रही है तो बौखलाहट में आपत्तिजनक पोस्टर लगवा रहे हैं। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूँ कि पोस्टर लगाने वालों को तत्काल गिरफ्तार कर कठोर कार्यवाही करें।’
वहीं पीयूष बबेले ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘कमलनाथ जी के आपत्तिजनक पोस्टर लगवाकर भाजपा ने दिखा दिया है कि वह राजनीति के कितने भी निचले स्तर पर जा सकती है। जिस व्यक्ति ने पिछले 44 साल से अपने खून पसीने से मध्यप्रदेश की माटी की सेवा की है और रात दिन प्रदेश के नव निर्माण के लिए तपस्या की है, उसकी छवि बिगाड़ने की कोशिश मध्य प्रदेश की अस्मिता पर हमला है। यह मध्यप्रदेश का अपमान है। यह प्रदेश की सेवा का अपमान है। यह स्वर्णिम मध्यप्रदेश बनाने के लक्ष्य का अपमान है। यह उन करोड़ों लोगों का अपमान है जिनके हृदय में कमलनाथ जी बसते हैं। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि अपनी ओर से कार्यवाही करते हुए ऐसे पोस्टर लगाने वालों को गिरफ्तार करें और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दें। अगर वे ऐसा करने में विफल होते हैं तो मध्य प्रदेश की जनता के सामने स्पष्ट हो जाएगा यह सब काम उनके इशारे पर हो रहा है।’ इसी के साथ कांग्रेस ने मामले की शिकायत पुलिस में करने की बात कही है।
बीजेपी ने बताया ‘कांग्रेस का आपसी द्वंद’
वहीं बीजेपी इसे कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाजी बता रही है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि ‘कांग्रेस विचार करे कि ये फटा पोस्टर निकला ज़ीरो वाला मामला तो नहीं है। थाने जाने से पहले वे सोचें कि कहीं कोई आस्तीन का सांप तो नहीं है।’ उधर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि ‘इन पोस्टरों से भारतीय जनता पार्टी का क्या लेना देना है। कमलनाथ जी या कांग्रेस सोचें कि ये उन्हीं का आपसी अंतर्द्वंद है जो लगातार दिखाई दे रहा है। जगह जगह जूतमपैजार हो रही है। बेटों की लड़ाई है और देखना चाहिए कि इसमें जो दूसरे युवा है कहीं उनका कमाल तो नहीं है। ये उनके बारे में उनको सोचना चाहिए। बीजेपी सकारात्मक राजनीति करती है और हम विकास करने वाली पार्टी हैं।’ उन्होने कहा कि छल कपट धूर्तता और लोगों को गुमराह करने की हमारी राजनीति नहीं है और ये पोस्टर किसने लगाए हैं इसे कांग्रेस खुद समझे। बहरहाल इस मुद्दे पर सियासी घमासान मच गया है और दोनों ही दल एक दूसरे पर आरोप लग रहे हैं।




