जिला अस्पताल की स्टाफ नर्सों ने हड़ताल के पांचवें दिन पीपीई किट पहनकर बजाई थाली

शहडोल। इन दिनों जिला अस्पताल और मेडिकल कालेज में काम करने वाली स्टाफ नर्स हड़ताल जारी है। 10 जुलाई से उनकी यह काम बंद हड़ताल चल रही है, जिसके चलते स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से पटरी से उतर गई हैं। गुरुवार को नर्सों ने जिला अस्पताल परिसर के धरना स्थल पर अनोखा विरोध जताया। इन लोगों ने पीपीई किट पहनकर थाली बजाकर शासन प्रशासन का ध्यान अपनी मांगों को लेकर आकृष्ट कराया।अब तक विरोध को लेकर यह लोग पैदल मार्च और हवन यज्ञ के आयोजन भी कर चुकी हैं।
इसलिए जताया पीपीई किट पहनकर विरोध
जिला अस्पताल की नर्सेज एसोसिएशन की अध्यक्ष रोड्रिक कुलदीप सिस्टर ने इस मौके पर कहा कि हमने आज पीपीई किट पहनकर थाली बजाकर इसलिए विरोध जताया। सरकार को हम ध्यान दिला सकें कि हमने इसी तरह कोरोना काल में पीपीई किट पहनकर लोगों की जान बचाई है। आज जब हम अपना हक मांग रहे हैं तो सरकार हमारी मांगों को अनसुना कर रही है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि वेतन विसंगति दूर हो और जो नर्सिंग आफिसर हैं उनको भी रात्रिकालीन ड्यूटी भत्ता दिया जाए। उनका कहना था कि हमारी जो जायज मांगे हैं उन पर सरकार को ध्यान देना चाहिए वरना इसी तरह से धरना प्रदर्शन चलता रहेगा ।
मरीजों की सेवा नहीं कर पा रहे पैरामेडिकल स्टूडेंट
उल्लेखनीय है कि नर्स स्टाफ की हड़ताल पर चले जाने के कारण स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से लड़खड़ा गई हैं।इमरजेंसी सेवाएं ही उपलब्ध हो पा रही हैं। ऐसे में मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।प्राइवेट अस्पताल भी अब मरीजों को ज्यादा भर्ती नहीं कर पा रहे हैं। मरीज बड़े शहरों के निजी अस्पतालों की ओर रुख कर रहे हैं ऐसे में उनको काफी पैसा खर्च करना पड़ रहा है। यहां पर पैरामेडिकल स्टूडेंट लगन से काम नहीं कर रहे हैं और न ही उनको अनुभव है जिसका खामियाजा मरीज भुगत रहे हैं।




