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थाने में ड्रामा, डॉक्टर का हंगामा

सतना। यह किसी फिल्म का नजारा नहीं है और ना ही किसी रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड से बनाया हुआ वीडियो। बस इस वीडियो में एक समानता है कि जिस तरीके से शोले फिल्म में जय वीरू की जोड़ी थी ठीक इसी तरीके से इस वीडियो में भी आपको एक जोड़ी दिखाई देगी जिसमें एक व्यक्ति जिला चिकित्सालय में डॉक्टर के पद पर पदस्थ है। जिस तरीके से यह डॉक्टर नशे में है उसे देखते हुए तो कायदे से जिला प्रशासन के लोगों को रात्रिकालीन ड्यूटी देने वाले डॉक्टरों का मेडिकल चेकअप भी करना चाहिए। ऐसा इसलिए अभी कहना पड़ रहा है कि अधिकांश डॉक्टर मदिरा का सेवन करते हैं अब पता नहीं रात्रिकालीन ड्यूटी में कौन सा डॉक्टर शराब के नशे में इलाज कर रहा हो कुछ कहा नहीं जा सकता। सिटी कोतवाली में डॉक्टर साहब की हरकत देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि ये डॉक्टर साहब मरीज के प्रति कितने गंभीर होंगे। थाने में जाकर अच्छे-अच्छे लोगों के होश उड़ जाते हैं लेकिन शराब का जोश तो देखिए कि डॉक्टर साहब को पुलिस वालों से भी डर नहीं लग रहा है। डॉक्टर साहब थाने में जिस तरीके की अभद्रता कर रहे हैं उसे देखते हुए तो यह सवाल भी उठता है कि यह थाने की पुलिस है या किसी होटल के रिसेप्शनिस्ट। जो डॉक्टर साहब के आव भगत में लगे हुए हैं। सतना जिले के डॉक्टरों ने बतौर डॉक्टर पूरे जिले के अंदर अच्छी छवि नहीं बनाई लेकिन एक शराबी के रूप में सतना जिले के चिकित्सकों की पहचान बन चुकी है कुछ दिनों पूर्व सतना जिले के मझगवां चिकित्सालय में दो डॉक्टर ड्यूटी टाइम पर ही गिलास खाना खाते हुए मिले और इस पूरे घटना को लोग ठीक तरीके से भूल भी नहीं पाए थे की डॉक्टर पुनीत वर्मा के दिमाग पर महुआ महारानी इस कदर हावी हुई कि वह भूल गए कि वे थाने में खड़े हैं। महुआ महारानी का नशा इस कदर था कि डॉक्टर साहब पुलिस वालों की वर्दी उतरवा लेने की बात भी कर रहे थे। पता चला है कि डॉक्टर साहब नियमित रूप से महुआ महारानी का सेवन करते हैं और उस दिन महुआ महारानी घट गई तो यह धवारी स्थित शराब की दुकान में हंगामा करने लगे हंगामा के बाद तो लोगों ने पुलिस को फोन कर दिया पुलिस डॉक्टर साहब को थाने ले गई। शराब की दुकान के सामने का हंगामा तो थम गया लेकिन सिटी कोतवाली में हंगामा शुरू हो चुका। डॉक्टर साहब जिस अंदाज में बात कर रहे थे उसे देखकर तो एक फिल्म का गाना याद आ गया।
थोड़ी सी जो पी ली है, चोरी तो नहीं की है, डाका तो नहीं डाला
मजेदार बात यह है कि डॉक्टर साहब इतने नशे में होने के बाद भी पुलिस पर जैसा की देश की आम जनता आप लगती है वैसा ही आप डॉक्टर साहब भी लगा रहे हैं कि लोगों को दो-दो सौ लेकर छोड़ दिया और हमें पकड़ लाए। डॉक्टर साहब का नशे में मोबाइल भी कहां चला गया उसे ढूंढ भी रहे हैं दुनिया का हर इंसान जानता है कि शराब में नशा होता है और नशे में बहुत सारी चीज आदमी भूल जाता है लेकिन इतना सब कुछ जानने के बाद लोग नशा करना नहीं छोड़ते। इतना सब कुछ हो जाने के बाद भी डॉक्टर साहब की तस्वीर किसी अखबार में नहीं छपी पुलिस ने क्या कार्यवाही की यह भी किसी मीडिया को नहीं पता चला क्योंकि मामला डॉक्टर साहब अगर यही मामला किसी आम आदमी का होता तो पुलिस की एक विज्ञप्ति जारी होती है पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में नगर पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में सिटी कोतवाली के नगर निरीक्षक की उपस्थिति में एक भयनकर्तम उपद्रवी शराबी व्यक्ति को धवारी की होली से गिरफ्तार किया गया। जिसके विरुद्ध विधि सम्मत कार्यवाही कर उसे छोड़ दिया गया।

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