डेढ़ महीने के लिए मंत्रिमंडल का विस्तार

सतना। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सत्ता की लालच में क्या-क्या करना पड़ रहा है यह तो देखते ही बनता है । मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की दोबारा सरकार बने इस हिसाब से कई नेताओं को संतुष्ट करने के लिए मंत्रिमंडल का विस्तार करने की योजना है । इस मंत्र मंडल में विंध्य क्षेत्र के पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला , बालाघाट के गौरी शंकर बिसेन को मंत्री बनाया जा सकता है इसके अलावा उमा भारती के भतीजे राहुल लोधी तथा केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के भाई जालम सिंह के नाम की चर्चा जोरों पर है । सुलोचना रावत के भी मंत्री बनने की चर्चा है लेकिन उनका स्वास्थ्य खराब होने के कारण वह मंत्र मंडल में शपथ लेने नहीं आ सकती जिसके चलते उनका नाम अंतिम समय में कट भी सकता है यदि राहुल लोधी और जालम सिंह का नाम काटा तो प्रदुमन लोधी को भी मंत्री बनाया जा सकता है। अमित शाह ने जब भूपेंद्र यादव और अश्वनी वैष्णव को मध्य प्रदेश का प्रभारी बनाकर भेजा तूने इस बात का अंदाजा हुआ कि कई नेता इस बात को लेकर नाराज है कि उन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली जिसके चलते 2023 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है। संभावना व्यक्ति की जा रही है कि मध्य प्रदेश के अंदर चार मंत्री बढ़ाया जा सकते हैं सूत्रों से जो चार नाम सामने आए हैं विशाल खबर में उनका खुलासा किया है लेकिन मंत्रिमंडल का विस्तार मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार होता है और मुख्यमंत्री जिसे चाहे उसे मंत्री बन सकते हैं । हालांकि यह मंत्रिमंडल का विस्तार सिर्फ नेताओं को खुश करने का ही मध्य समझा जाए क्योंकि अब नवंबर में चुनाव होने वाले हैं तो जो व्यक्ति भी मंत्री बनेगा वह कितने दिनों का मंत्री बनेगा यह अपने आप में सोचने और समझने वाली बात है। या यू कहे कि अब जो भी मंत्री बन रहा है वह डेढ़ महीने का मंत्री बनेगा।




