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क्या मंत्री रामखेलावन की कटेगी टिकट

भारतीय जनता पार्टी में जिस तरीके से टिकट वितरण किया जा रहा है उसे देखते हुए तो अमरपाटन के विधायक रामखेलावन पटेल जो वर्तमान में मंत्री हैं उनकी भी टिकट कटने के आसार राजनीतिक क्षेत्र में सुनाई पड़ रहे हैं । सतना जिले के अंदर सात विधानसभा सीट हुआ करती थी जिसमें एक सीट पिछड़ा वर्ग को दी जाती थी दो सीट ब्राह्मणों को तीन सीट ठाकुर समुदाय को दी जाती थी और एक आरक्षित होती थी । इस बार की टिकट वितरण में सतना विधानसभा सीट से वर्तमान सांसद गणेश सिंह को टिकट दिया जा चुका है ऐसे में यदि अमरपाटन विधानसभा से रामखेलावन पटेल को टिकट दिया जाता है तो निश्चित तौर पर पूरे जिले के अंदर ब्राह्मण समाज के नाराज की भारतीय जनता पार्टी को झेलनी पड़ेगी । भारतीय जनता पार्टी हालांकि आज की तारीख में इस बात की परवाह नहीं करती की कौन सा समाज नाराज हो जाएगा और कौन सा समाज प्रसन्न हो जाएगा लेकिन गणेश सिंह को टिकट मिलने के बाद राजनीतिक क्षेत्र में इस बात की चर्चा तेज हो चुकी है कि रामखेलावन पटेल का टिकट कट भी सकता है । यदि पार्टी रामखेलावन पटेल का टिकट कटती है तो सवाल यह उठता है कि अमरपाटन विधानसभा से टिकट किसको दी जाए । ऐसे में तीन-चार ब्राह्मण नेताओं की चर्चा उभर कर सामने आती है जिसमें पहला नाम आता है अरुण द्विवेदी का जो रामनगर गोलीकांड के प्रमुख अभियुक्त थे कांग्रेस की सरकार में उन्होंने जोर जुल्म के खिलाफ आवाज बुलंद की थी जिसके चलते पुलिस को गोली चलाना पड़ा था। वास्तविक मायने में अगर कार्यकर्ताओं को महत्व देने की बात आती है तो उसे लिहाज से अरुण द्विवेदी का हक सबसे मजबूत माना जाता है लेकिन वर्तमान समय में अरुण द्विवेदी ने अमरपाटन विधानसभा से दावेदारी छोड़कर सतना विधानसभा से दावेदारी करना शुरू कर दिया था अमरपाटन की जनता से संपर्क में तो है लेकिन जीवंत संपर्क में नहीं है ऐसा कहा जा सकता है । दूसरे ब्राह्मण नेता के रूप में धर्मेंद्र सिंह तिवारी का नाम लिया जाता है धर्मेंद्र सिंह तिवारी बहुजन समाज पार्टी से विधानसभा और लोकसभा दोनों का चुनाव लड़ चुके हैं अब देखना यह है की क्या भारतीय जनता पार्टी धर्मेंद्र सिंह तिवारी के नाम पर अपनी मोहर लगती है । तीसरी नाम के रूप में हरीश कांत त्रिपाठी का भी नाम लिया जा सकता है हालांकि इनके ऊपर इस बात का आरोप लगाता रहा है कि यह रीवा में बैठकर अमरपाटन क्षेत्र की राजनीति करते हैं दूसरा आप यह भी लगता है कि नहीं इस बात का गुमान है कि उनके पास पैसा है यह वोट पैसे के दम पर खरीद लेंगे । चौथे प्रत्याशी के रूप में विनीत पांडे का भी नाम लिया जा सकता है विनीत पांडे को स्वामी रामभद्राचार्य ने इस बात का आशीर्वाद भी दिया है क्या आप अगले विधायक बनोगे अब देखना यह है की क्या रामभद्राचार्य का आशीर्वाद विनीत पांडे के ऊपर फली भूत होता है या नहीं ।

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