सामने आ गई समाजसेविका की हकीकत

सतना। सतना शहर में एक महिला समाज सेविका ने हाल-ताज में ही जन्म लिया और चिकित्सा शिविरों के माध्यम से समाज सेवा का नाटक किया। सतना में जितने भी चिकित्सा शिविर आयोजित किए गए थे उसमें से किसी को कोई लाभ मिला हो ऐसी सूचना नहीं है। पूरे शहर को होल्डिंग और पोस्टरों से पाट दिया गया। इन हिर्डिंगों में लिखा हुआ था रोगमुक्त सतना। सतना शहर के डॉक्टर, सतना शहर के नेता, सतना शहर का प्रशासन इन सारे लोगों को इस बात का अंदाज़ तो लग गया होगा इन शिवरों से आम जनता को कितना लाभ हुआ और सतना कितना रोग मुक्त हो पाया। इन समाज सेविका महोदय का उजला पक्ष तो सामने नहीं आया लेकिन जिन कर्मचारियों से इन्होंने सर्वे कराया था उनका पैसा करने का पक्ष सामने जरूर आ गया। सोशल मीडिया में यह वीडियो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है आखिरकार जब इतनी धनाट्य समाज सेविका है तो इस तरीके की लुच्ची और टुच्ची हरकत करने की क्या जरूरत थी। समाज सेवा के माध्यम से इस महिला को जो कुछ भी हासिल करना था वह करीब करीब हासिल कर लिया है जनता के बीच में भी उनकी वास्तविकता सामने आ चुकी है। कुछ हिंदूवादी संगठन के तथा कथित लोग जो इस महिला के पैसे और ताम झाम से आकर्षित होकर इनकी पत्रकार वार्ता में कुर्सी हटाने झाड़ू पोछा लगाने तक का काम किया जब पूरे शहर में छीछा लेदर होने लगी तो इस महिला से हिंदूवादी संगठन के तथाकथित कार्यकर्ता दूरी बनाने लगे। अब जिम कर्मचारियों का पैसा इस महिला ने नहीं दिया तो आखिरकार इन कर्मचारियों को पैसा अब कौन देगा जिस महिला को हिंदूवादी संगठन के लोग समाज सेवा की प्रतिमूर्ति बता रहे थे उसकी समाज सेवा का घटिया नमूना सामने आ गया। दो-तीन कर्मचारियों का पैसा मार कर आखिरकार यह महिला समाज सेवी सतना शहर के लोगों को क्या बताना चाहती है। जिस महिला समाजसेवी के आगे पीछे कुछ भारतीय जनता पार्टी और कुछ हिंदूवादी संगठन के लोग जिस तरीके से नाच रहे हैं उसके पीछे उनका क्या स्वार्थ हो सकता है यह जनता बखूबी जानती है। एक बार जनता के सामने किसी का चेहरा बेनकाब ना हो जाए फिर उसे चीजों को संभालने में बड़ा वक्त लगता है। जिस तरीके से अभी कर्मचारियों का पैसा करने का वीडियो वायरल हो रहा है इंतजार करिए अभी बहुत सारे वीडियो वायरल होंगे और बहुत सारी सच्चाई धीरे-धीरे सामने आएगी।




