भाजपा की विदाई तय कमलनाथ

सतना। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने अल्प प्रवास पर सतना आए और पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि जनता ने तय कर लिया कि इन्हें विदा करना है इनके पास अब जनता नहीं है। कमलनाथ की इस तरीके की बात में दम इसलिए भी दिखाई देता है कि पिछला 2018 का चुनाव भी भारतीय जनता पार्टी प्रदेश के अंदर हार चुकी थी अगर ज्योतिरादित्य सिंधिया दल बदल नहीं करते तो प्रदेश के अंदर भारतीय जनता पार्टी सरकार में नहीं होती बल्कि विपक्ष की भूमिका अदा कर रही होती लेकिन जिस तरीके से दल बदल के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी ने फिर से प्रदेश में एक बार शासन किया । यदि 2018 के चुनाव परिणाम पर नजर डालें तो उसे ऐसा लगता है कि कहीं ना कहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रति जनता में नाराजगी है या उसे दूसरे शब्दों में एंटी इनकन्वेंसी भी कह सकते हैं। फिर भी जानता तू जानता है उसका मूड कब कहां कैसे पलट जाए कुछ कहा नहीं जा सकता चुनावी तैयारी के मामले में कहीं ना कहीं भारतीय जनता पार्टी अधिकांश टिकट घोषित करके चुनावी प्रतिस्पर्धा में कांग्रेस से आगे दिखाई पड़ रही है लेकिन कहीं ना कहीं कांग्रेस ने भी अपनी तैयारी चाक चौबंद रखी हुई है जल्द ही कांग्रेस भी अपनी सूची जारी करेगी ऐसा कमलनाथ का कहना है चुनावी मुकाबले के संबंध में जब तक कांग्रेस प्रत्याशियों की सूची ना जारी हो जाए उसके पहले कुछ कहना जरा जल्दबाजी होगी लेकिन इतना तू कहां जा सकता है कि कांग्रेस 2018 की तुलना में 2023 में कुछ और मुस्तैद ढंग से भारतीय जनता पार्टी से विधानसभा चुनाव लडेगी।




