नागौद से कांग्रेस प्रत्याशी रश्मि

सतना। सतना जिले की नागौर विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी ने डॉक्टर रश्मि सिंह पटेल को अपना प्रत्याशी बनाया है उम्मीद की जा रही थी की अजय सिंह राहुल के कट्टर समर्थक यादवेंद्र सिंह नागौर से प्रत्याशी होंगे लेकिन कांग्रेस पार्टी ने यादवेंद्र सिंह की टिकट काटकर पहली बार रश्मि सिंह पटेल को नागौर से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। यहां पर यह बताना उल्लेखनीय है कि पिछला विधानसभा चुनाव 2018 में रश्मि से पटेल ने निर्दलीय लड़ा था जिसमें सम्मानजनक वोट हासिल किए थे पिछले चुनाव को आधार बनाते हुए कहीं ना कहीं कांग्रेस पार्टी ने रश्मि सिंह पटेल पर अपना भरोसा जताया है। हालांकि नागौर विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने भी अभी तक अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया लेकिन जिस तरीके से कांग्रेस ने रश्मि सिंह पटेल को अपना प्रत्याशी बनाया है उसे देखते हुए इस बात की संभावना बढ़ गई है कि नागेंद्र सिंह अब भारतीय जनता पार्टी की टिकट के लिए ज्यादा तेजी से हाथ पांव मार सकते हैं क्योंकि नागेंद्र सिंह यादवेंद्र सिंह को मजबूत प्रत्याशी मानते थे । यादवेंद्र सिंह की टिकट कटने के बाद अब यादवेंद्र सिंह के पास दो ही विकल्प बचे है । या तो निर्दलीय चुनाव लड़ जाए या अघोषित रूप से भारतीय जनता पार्टी का समर्थन कर दे। यदि भारतीय जनता पार्टी से नागेंद्र सिंह को टिकट मिला तो यादवेंद्र सिंह ऐसा कर भी सकते हैं क्योंकि जब नागौर से गगनेंद्र सिंह को टिकट मिली थी तब नागेंद्र सिंह ने यादवेंद्र सिंह का समर्थन किया था ऐसा लोग आरोप लगाते हैं इस बात में कितनी सच्चाई है यह तो नागेंद्र सिंह और यादवेंद्र सिंह ही जाने। लेकिन जिस तरीके से राजनीतिक चर्चाएं चलती है उस आधार पर तो प्राय: लोग यही कहते सुने गए कि नागेंद्र सिंह ने यादवेंद्र सिंह का समर्थन करके गगनेंद्र सिंह को चुनाव हरवा दिया था । रश्मि सिंह पटेल को कांग्रेस की टिकट मिलने के बाद नागौर के समीकरण बदल चुके हैं। अब यदि भारतीय जनता पार्टी किसी भी क्षत्रिय समाज के व्यक्ति को टिकट देती है तो इस बात की संभावना बनती है कि यादवेंद्र सिंह उसका समर्थन कर देंगे । रश्मि सिंह 2018 का चुनाव लडऩे के बाद लगातार नागौर विधानसभा में सक्रिय रही और जब जीतू पटवारी नागौर पर्यवेक्षक बनकर आए तो उन्होंने बड़ी दमदारी के साथ इस बात का उल्लेख किया था की चुनावी सर्वे में जिनके नाम आ रहे हैं उन्हें टिकट मिलनी चाहिए। कांग्रेस की सूची में जैसे ही रश्मि सिंह पटेल का नाम आया वैसे ही यादवेंद्र सिंह के समर्थकों ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने की शुरुआत कर दी है । नागौर विधानसभा परसमानिया ब्लॉक के अध्यक्ष रामलेख कुशवाहा ने अपना इस्तीफा भाजपा जिलाध्यक्ष एवं प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को भेज दिया हैं। उम्मीद की जा रही है कि अभी यादवेंद्र सिंह के समर्थन में कांग्रेस और भी कहीं लोग इस्तीफा दे सकते है ।




