चित्रकूट के अखाड़े में तीन पहलवान

सतना। चित्रकूट विधानसभा की तस्वीर पूरी तरह से साफ हो चुकी है इस बात की पहले से भी उम्मीद थी कि कांग्रेस अपने सिटिंग एमएलए नीलांशु चतुर्वेदी की टिकट इसलिए भी नहीं कटेगी उन्होंने उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी को पराजित किया था। नीलांशु चतुर्वेदी लगातार दो बार से चित्रकूट से विधायक बन रहे हैं। कांग्रेस ने नीलांशु चतुर्वेदी पर तीसरी बार विश्वास जताया है । भारतीय जनता पार्टी ने सबसे पहले चित्रकूट से अपना प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह अहिरवार को घोषित ही कर दिया था उसके बाद बहुजन समाज पार्टी ने सुभाष शर्मा डोली को अपना प्रत्याशी बनाया सबसे अंत में कांग्रेस ने अपनी सूची जारी की और उसमें दो बार के विधायक रह चुके नीलांशु चतुर्वेदी को कांग्रेस की टिकट पकड़ा दी । अब चित्रकूट की चुनावी तस्वीर करीब करीब साफ हो चुकी है भारतीय जनता पार्टी से सुरेंद्र सिंह कांग्रेस से नीलांशु चतुर्थी और बहुजन समाज पार्टी से सुभाष शर्मा डोली चुनाव लड़ेंगे । सुरेंद्र सिंह अहिरवार चित्रकूट विधानसभा से एक बार विधायक रह चुके भारतीय जनता पार्टी का चित्रकूट से सुरेंद्र सिंह अहिरवार में ही खाता खोला आज तक चित्रकूट से सुरेंद्र सिंह के अलावा कोई दूसरा व्यक्ति भारतीय जनता पार्टी का विधायक नहीं बना। कांग्रेस के प्रत्याशी नीलांशु चतुर्वेदी पहली बार उपचुनाव जीतकर चित्रकूट से विधायक बने पहली बार नीलांशु चतुर्वेदी ने शंकर दयाल जैसे भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को हराया था । दूसरी बार नीलांशु चतुर्वेदी ने आम चुनाव में सुरेंद्र सिंह अहिरवार को पराजित किया अब पुन: नीलांशु चतुर्वेदी का सुरेंद्र अहिरवार से मुकाबला इस बार सुभाष शर्मा डोली बहुजन समाज पार्टी से प्रत्याशी है और मुकाबले को त्रिकोणीय बना रहे हैं । सुभाष शर्मा डोली भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्य समिति के सदस्य रहे हैं जैसे ही सुरेंद्र सिंह अहिरवार को भारतीय जनता पार्टी की टिकट मिला वैसे ही उन्होंने अपनी नाराजगी प्रदेश नेतृत्व को जाता दी थी और उसके बाद भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा देकर बहुजन समाज पार्टी ज्वाइन कर आज की तारीख में बहुजन समाज पार्टी से चुनाव लड़ रहे है । सुभाष शर्मा डोली किसी जमाने में युवक कांग्रेस के जिला अध्यक्ष हुआ करते थे अजय सिंह राहुल से नहीं पटी तो भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने भी सुभाष शर्मा डोली का सिर्फ शोषण किया उन्हें कोई महत्व नहीं दिया ऐसे में सुभाष शर्मा डोली ने भाजपा से भी इस्तीफा दे दिया अब सुभाष शर्मा डोली बहुजन समाज पार्टी के सदस्य हैं और चुनाव लड़ रहे हैं चित्रकूट की लड़ाई में हर प्रत्याशी यही कह रहा है कि जीत हमारी ही होगी । लेकिन ऐसा संभव नहीं है तीनों प्रत्याशी तो चुनाव जीत नहीं सकते जीत हार का फैसला चुनाव परिणाम के दिन ही होगा तब तक हमें इंतजार करना पड़ेगा कि चित्रकूट का किला कौन फतह करता है।




