भाजपा ने ब्राह्मणों को पकड़ाया झुनझुना

सतना जिले से भारतीय जनता पार्टी ने ब्राह्मणों को एक भी टिकट नहीं दी सतना से गणेश सिंह , नागौर से नागेंद्र सिंह रामपुर बघेलान से विक्रम सिंह चित्रकूट से सुरेंद्र सिंह और रैगांव सुरक्षित से प्रतिमा बागड़ी को भाजपा ने अपना प्रत्याशी बनाया है भारतीय जनता पार्टी यह मानकर चल रही है कि इन पांच सीटों पर एक भी ब्राह्मण नेता विधायक बनने के लायक नहीं है लेकिन इन पांच सीटों के जीतने की जवाबदारी ब्राह्मणों को दी गई है इन पांचो विधानसभा के प्रभारी ब्राह्मण बनाए गए हैं जिसमें सतना के प्रभारी रामदास मिश्रा चित्रकूट के प्रभारी अश्वनी तिवारी राय गांव के प्रभारी नरेंद्र त्रिपाठी नागौर के प्रभारी विनोद तिवारी और रामपुर बघेलान का प्रभारी विजय तिवारी को बनाया गया । एक बात समझ से परे है जब भारतीय जनता पार्टी यह मानकर चलती है की सतना जिले के अंदर एक भी ब्राह्मण नेता ऐसा नहीं है जिसे विधायक की टिकट दी जा सके तो फिर इन ब्राह्मण नेताओं को पांचो विधानसभा का प्रभारी भी नहीं बनाया जाना चाहिए क्योंकि अगर इन ब्राह्मणों के अंदर इतनी ही काबिलियत होती तो इन्हें टिकट दे दी जाती या इन्हें कहीं से प्रत्याशी बनाया जाता जब ये थके, हारे, बेचारे ही हैं तो इन्हें कोई दायित्व सौंपने की जरूरत ही नहीं थी अब अगर इन ब्राह्मण नेताओं को दायित्व सौंप ही दिया गया है तो कायदे से इन ब्राह्मण नेताओं को दायित्व भी नहीं लेना चाहिए क्योंकि अगर इनके अंदर इतनी काबिलियत होती तो यह स्वयं में विधायक बन जाते विधानसभा प्रभारी बनाकर तो वही कहावत दोहराई जा रही है कि भरे बाजार में गाली दे दो और अकेले में माफी मांग लो। वैसे भारतीय जनता पार्टी ने जिन पांच नेताओं को विधानसभा प्रभारी बनाया है इनमें से यदि रामदास मिश्रा को छोड़ दिया जाए तो कोई भी व्यक्ति ऐसा नहीं है जिसने विधानसभा चुनाव लड़ा हो रामदास मिश्रा भी चित्रकूट विधानसभा से चुनाव तो लड़े हैं लेकिन कई बार हारने तथा जमानत जप्त करने का रिकॉर्ड बनाया है। अब यदि ऐसे लोग विधानसभा चुनाव की प्रभारी बनेंगे जिनका चुनाव लड़ने और लड़ने का कोई अनुभव न हो तो वह भला किसी प्रत्याशी को कैसे जिता सकते हैं । सतना से अलग हुए मैहर जिले में भी विधानसभा प्रभारी बनाए गए मैहर विधानसभा से राम कृपाल पटेल को विधानसभा प्रभारी बनाया है एवं अमरपाटन से कैलाश गौतम विधानसभा प्रभारी होंगे। मैहर विधानसभा में पटेल मतदाताओं की पर्याप्त संख्या है इसलिए पार्टी ने रामकृपाल पटेल को विधानसभा प्रभारी बनाया है वही अमरपाटन में ब्राह्मण मतदाता भारतीय जनता पार्टी का विरोध कर रहा है उसे विरोध को थामने के लिए कैलाश गौतम को झुनझुना पकड़ा दिया गया है चुनाव के समय भारतीय जनता पार्टी उन कार्यकर्ताओं को भी पूछ लेती है जिन कार्यकर्ताओं के शरीर में जंग लग गया हो या धूल जम गई हो भारतीय जनता पार्टी प्रदेश के अंदर 20 साल से सरकार में है रामकृपाल पटेल और कैलाश गौतम के कहने से कभी भारतीय जनता पार्टी ने किसी चपरासी का भी स्थानांतरण नहीं किया होगा लेकिन चुनाव के समय इन्हें प्रभारी जरूर बना देती है। प्रदेश के अंदर भारतीय जनता पार्टी के विरुद्ध एंटी इनकम नैंसी का माहौल है लाडली बहन के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी जितने वोट कबाड़ ले वही उसकी पूंजी है । भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा प्रभारी बनाकर कोरमा भले पूरा कर लिया हो लेकिन जितने भी प्रभारी साथ विधानसभा के बनाए हैं इन प्रभारी में यह कुवैत नहीं है कि यह कोई चुनाव जीत देंगे।




