विंध्य ने दिया प्रदेश का पहला उपमुख्यमंत्री

सतना। विंध्य क्षेत्र ने मध्य प्रदेश को दो मुख्यमंत्री दिए जिसमें पहले गोविंद नारायण सिंह और दूसरे अर्जुन सिंह लेकिन विंध्य क्षेत्र में मध्य प्रदेश को कभी कोई उपमुख्यमंत्री नहीं दिया था लेकिन इतिहास के पन्नों में यह कमी भी अब खत्म हो गई अब इतिहास के पन्नों में उपमुख्यमंत्री के रूप में राजेंद्र शुक्ला का नाम अंकित हो गया। राजेंद्र शुक्ला मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के रूप में 13 दिसंबर को शपथ ले ली। इसके पहले भी राजेंद्र शुक्ला शिवराज सिंह की सरकार में कई बार मंत्री रहे 2023 का चुनाव उन्होंने मंत्री रहते हुए और अपने निकटतम प्रतिद्वंदी राजेंद्र शर्मा को 21000 से अधिक मतों से पराजित किया। राजेंद्र शुक्ला की पहचान विंध्य क्षेत्र में विकास पुरुष के रूप में होती है किसी जमाने में सतना विकास के मामले में रीवा से आगे था लेकिन आज की तारीख में रीवा विकास के मामले में सतना से काफी आगे निकल गया है शायद इसी तुलनात्मक अध्ययन की वजह से भारतीय जनता पार्टी की बंपर लहर में भी सतना विधानसभा से गणेश सिंह चुनाव हार गए। गणेश सिंह की हार में रीवा का समग्र विकास और सतना विकास के मामले में पिछड़ गया इस बात का भी मलाल सतना के मतदाताओं को कचोटता रहा। गणेश सिंह के हारने की एक वजह यह भी रही। राजेंद्र शुक्ला रीवा विधानसभा से चुनाव लड़ते हैं उसके प्रति उनकी ज्यादा आस्था होगी लेकिन राजेंद्र शुक्ला के ऊपर ऐसा आप नहीं लगाया जा सकता कि उन्होंने समग्र बिना के विकास का सपना नहीं देखा सतना जिले में ही मुकुंदपुर को पर्यटन की दृष्टिकोण से विकसित करने का श्रेय राजेंद्र शुक्ला को ही जाता है। राजेंद्र शुक्ला बतौर मंत्री रहते हुए शहर का विकास करते रहे और सतना जिले के नेता अपने जाति के कर्मचारियों और अधिकारियों की ट्रांसफर पोस्टिंग में जुटे रहे जिसके चलते सतना विकास की दौड़ में पिछड़ गया। एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी की शीर्ष नेतृत्व में राजेंद्र शुक्ला की योग्यता और कर्मठता को देखते हुए उनके कंधों पर उपमुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी डाली है निश्चित तौर पर विंध्य क्षेत्र में हमेशा एक बात उठती है मालवा मध्य भारत और महाकौशल की तुलना में विंध्य क्षेत्र अविकसित रह गया। पढ़ाई के लिए भी विंध्य क्षेत्र से छात्र पलायन करते हैं, चिकित्सा व्यवस्था की माकूल व्यवस्था न होने के कारण लोग जबलपुर और नागपुर मरीजों को ले जाते है। विंध्य क्षेत्र में शिक्षा के शीर्ष संस्थान नहीं है चिकित्सा के भी शीर्ष संस्थान नहीं है ऐसे में क्या प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला कुछ ऐसा प्रयास करेंगे जिसके चलते विंध्य क्षेत्र भी अन्य क्षेत्रों की तरह सीना तान के यह कह सके कि हम भी अब विकसित श्रेणी में खड़े हैं।




