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भाजपा विधायक और एसडीएम में तू-तू, मैं-मैं

सतना। मध्य प्रदेश के अंदर विधायक तो बहुत हैं लेकिन आम जनता के लिए समर्पित बहुत कम विधायक हैं जिसमें चित्रकूट के विधायक सुरेंद्र सिंह गहरवार का नाम प्रमुखता से लिया जा सकता है। सुरेंद्र सिंह गहरवार विधायक रहें या ना रहें लेकिन क्षेत्र में जनता के संपर्क में सतत बने रहते हैं। चित्रकूट में भारतीय जनता पार्टी का खाता भी सुरेंद्र सिंह गहरवार ने ही खोला था और दूसरी बार चित्रकूट से भारतीय जनता पार्टी का यदि कोई विधायक बना तो सुरेंद्र सिंह गहरवार इसके अलावा भी कई लोगों को मौका दिया गया लेकिन चित्रकूट में सुरेंद्र सिंह गहरवार के अलावा आज तक भारतीय जनता पार्टी से कोई दूसरा व्यक्ति जीत नहीं पाया। सुरेंद्र सिंह गहरवार वर्तमान में चित्रकूट के विधायक हैं जनता की समस्याओं को लेकर संघर्ष करते रहते हैं। मझगवां में जन समस्या निवारण का शिविर लगाया गया था इस शिविर में आम जनता की समस्याओं का समाधान न होने के कारण चित्रकूट के विधायक सुरेंद्र सिंह गहरवार एसडीएम पर भी फफक पड़े और जनता के बीच में ही एसडीएम को यह बात समझाने का प्रयास किया कि आपके क्षेत्र में पटवारी गांव में नहीं रहते और एसडीएम कह रहे थे कि रहते हैं इसी बात को लेकर दोनों के बीच में कहा सुनी हो गई। पटवारी क्षेत्र में नहीं रहते इस बात की पुष्टि इसलिए भी होती है कि अभी कुछ दिनों पहले कलेक्टर अनुराग वर्मा ने बैठक ली थी और भरी बैठक में यह भी कहा था कि एसडीएम काम नहीं करते फील्ड पर नहीं रहते और जब एसडीएम फील्ड पर नहीं रहते तो पटवारी भी फील्ड पर नहीं रहते एसडीम काम नहीं करते इस बात को लेकर कलेक्टर अनुराग वर्मा ने जिले के सभी एसडीएम की वेतन भी रोक दी धन्य हो मध्य प्रदेश शासन धन्य हो राजनीति। विधायक कह रहे हैं कि पटवारी क्षेत्र में नहीं रहते, कलेक्टर कह रहे हैं कि पटवारी क्षेत्र में नहीं रहते इसके बाद भी एसडीएम इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं है की पटवारी क्षेत्र में नहीं रहते आम जनता की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है राजस्व प्रकरण दिन पर दिन बढ़ रहे हैं मुख्यमंत्री शिकायत प्रकोष्ठ में शिकायतें बढ़ रही हैं और जिन शिकायतों का निराकरण भी किया जा रहा है वह फर्जी तरीके से किया जा रहा है, आखिरकार भारतीय जनता पार्टी के शासन में भारतीय जनता पार्टी का विधायक अगर भरी सभा में तल्ख स्वर में यह बात करने के लिए मजबूर हो जाए कि क्षेत्र में जनता का काम नहीं हो रहा है तो सरकार को कोई न कोई कदम तो उठाना चाहिए अधिकारियों की जवाब देही तय करनी चाहिए काम न करने वाले अधिकारी को दंडित करना चाहिए चित्रकूट के विधायक सुरेंद्र सिंह गहरवार भरी सभा में यह भी कहते सुने जा रहे हैं कि मैं स्थानांतरण नहीं करवाऊंगा मैं कार्यवाही करवाऊंगा आपके विरुद्ध। सतना जिले के अंदर जितने विधायक हैं उन विधायकों में सुरेंद्र सिंह मुखर विधायक है सुरेंद्र सिंह आम जनता की समस्याओं के लिए लड़ते हैं आम जनता की समस्याओं से वाकिफ है बाकी कुछ विधायक तो ऐसे हैं जो अपने घर से निकलते ही नहीं और जब घर से निकलते ही नहीं तो उन्हें आम जनता की समस्या से कोई लेना-देना नहीं। एसडीएम जितेंद्र वर्मा चाहे जितना भी दावा करें लेकिन सच्चाई यही है कि जिले के अंदर पटवारी फील्ड पर नहीं जाते जाते भी हैं तो किसानों का आम आदमियों का काम बिना रिश्वत लिए नहीं करते यदि विधायक सुरेंद्र सिंह गहरवार किसी अधिकारी पर चिल्ला रहे हैं झाला रहे हैं तो उन्हें पागल कुत्ते ने नहीं काटा आम जनता परेशान है आम जनता के वोट से नेता निर्वाचित होता है तो उसका फर्ज बनता है कि वह आम जनता की चिंता करे लेकिन अधिकारी आम जनता के वोट से निर्वाचित नहीं होते इसलिए उन्हें आम जनता की चिंता नहीं होती। विधायक सुरेंद्र सिंह गहरवार आम जनता की परेशानी को लेकर जिस तरीके से भरी सभा में आग बबूला है कायदे से इस तरीके से अन्य विधायकों को भी जनता के समर्थन में सामने आना चाहिए और भारतीय जनता पार्टी की सरकार को चाहिए कि जो अधिकारी कर्मचारी लापरवाही कर रहा है स्थानांतरण उसकी सजा नहीं हो सकती निलंबन भी उसकी सजा नहीं हो सकती कायदे से ऐसे अधिकारियों को बर्खास्त करना चाहिए जब कलेक्टर कह रहे हैं कि एसडीएम काम नहीं कर रहे हैं विधायक कह रहा है कि एसडीएम काम नहीं कर रहे हैं तो आखिरकार अब और कौन आगे रहेगा कि एसडीएम काम नहीं कर रहे हैं जिले के अंदर कलेक्टर से बड़ी ड्डह्लद्धड्डह्म्ह्लद्ब कौन सी होती है कलेक्टर चिल्ला चिल्ला कर छाती पीठ पीठ कर कह रहे हैं कि एसडीएम काम नहीं कर रहे हैं इसके बाद भी अगर कलेक्टर सिर्फ वेतन रोक रहे हैं या कोई सजा नहीं हुई ऐसे अधिकारियों के विरुद्ध न सिर्फ निलंबन का प्रस्ताव बल्कि बर्खास्तगी का प्रस्ताव जाना चाहिए।

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