जब एडिशनल डीसीपी को डिजिटल अरेस्ट करने की मिली धमकी

सतना। आज की तारीख में डिजिटल अरेस्ट करने वालों के हौसले इतने बुलंद है कि वह पुलिस अधिकारियों को भी डिजिटल अरेस्ट करने से चूक नहीं रहे हैं। इसका सीधा सा मतलब है कि डिजिटल अरेस्ट करने वाले अपराधियों के मन में पुलिस का कोई खौफ नहीं है और इस पूरे मामले में पुलिस की जो कार्यवाही है वह नितांत घटिया है। यदि कोई विशिष्ट व्यक्ति है तो पुलिस उस पर कार्यवाही तुरंत करती है और यदि कोई आम आदमी है उसे पूरे मामले में पुलिस कार्यवाही करने में हीला हवाली करती है। अब डिजिटल अरेस्ट करने वाला व्यक्ति यदि एडिशनल डीसीपी क्राइम इंदौर के राजेश दंडोतिया को ही फोन कर दें तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि डिजिटल अरेस्ट करने वालों के हौसले इस देश में कितने बुलंद है हम आपको एक वीडियो दिखा रहे हैं जिसमें एक अपराधी एडिशनल डीसीपी इंदौर के राजेश दंडोतिया को फोन करता है और उन्हें डिजिटल अरेस्ट करने की बात करता है राजेश दंडोतिया उसे डिजिटल अरेस्ट करने वाले को बड़ी दमदारी के साथ चुनौती देते हैं कि मेरी शकल देख लो और इसका स्क्रीनशॉट ले लेना तुम जहां भी मिलोगे दिल्ली से मिलोगे हैदराबाद से मिलोगे मैं वहीं से तुमको उठाऊंगा निश्चित तौर पर बड़ी अच्छी बात है सुनकर अच्छा भी लगा लेकिन क्या यही फोन किसी आम आदमी का आया होता तो पुलिस महकमा डिजिटल अरेस्ट करने वाले अपराधियों को क्या इसी तरीके से चुनौती देता। इस पूरे मामले में यह भी सुनने में आ रहा है कि पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट करने वाले आरोपी पर 30000 का इनाम भी घोषित कर दिया क्योंकि डिजिटल अरेस्ट करने वाला व्यक्ति पुलिस के एक अधिकारी को फोन कर रहा था इसलिए उसके ऊपर 30000 का इनाम घोषित हो गया लेकिन आम आदमी के साथ रोज ठगी हो रही है रोज डिजिटल अरेस्ट हो रहे हैं लोग उन लोगों के विरुद्ध पुलिस इस तरीके से इनाम घोषित नहीं करती एक ही तरीके के अपराध में दोहरा मापदंड पुलिस महकमा क्यों अपना रहा है। डिजिटल अरेस्ट करने वाले व्यक्ति फोन करते हैं यदि फोन करते हैं तो कोई न कोई सिम का उपयोग करते हैं और यदि सिम का उपयोग करते हैं तो किसी न किसी के नाम की सिम होती है यदि पुलिस महाकमा चाहे तो अपराधी पकड़े जा सकते हैं लेकिन कई बार ऐसा देखने में आता है कि पुलिस महकमा कुछ मामलों में उदासीनता बरसता है जिसके चलते डिजिटल अपराध करने वाले लोग बच जाते हैं और इसीलिए उनके हौसले दिन प्रतिदिन बुलंद हो रहे हैं।




