स्मार्ट सिटी का नजारा,गौर से देखिए लगेगा बहुत प्यारा

यूं तो ऐसा कोई मोहल्ला नहीं है जहां सतना शहर में स्मार्ट सिटी का नजारा देखने को ना मिलता हो लेकिन यह नजारा भरहुत नगर का है । जनता ने डबल इंजन की नहीं ट्रिपल इंजन की सरकार बनाई है तब यह हालत है अगर ट्रिपल इंजन की सरकार नहीं होती तो शायद यह पूरी स्कूटी गड्ढे में समा जाती कम से कम भारतीय जनता पार्टी की सरकार में इतना विकास तो हुआ है की स्कूटी कुछ फिट ही गड्ढे में जा रही है । अफसोस तो तब होता है की सतना शहर के तमाम नेता उन्हें सड़कों से निकल जाते हैं जिन सड़कों में पर्याप्त गड्ढे हैं उसके बाद भी यह नेता उन गड्ढों को सुधारने की दिशा में किसी से बात ही नहीं करते और यदि करते हैं तो उनकी बात सुनी नहीं जाती । कुछ जगहों पर डामर की सड़क बनाई गई थी पहले ही बारिश में डामर की सड़क उखड़ गई अब इस पूरे भ्रष्टाचार में किन-किन लोगों ने पैसा खाया नरेंद्र मोदी कहते हैं हम ईमानदार है ना खायेंगे ना खाने देंगे । अब अगर किसी पार्टी का प्रधान सेवक ईमानदार है तो उसे पार्टी के सभी सेवक ईमानदार ही होंगे सड़क भले ही दो-चार महीना में गड्ढे में तब्दील हो जाए तहस-नहस हो जाए लेकिन ईमानदारी का चोला ओढ़ कर बैठे भारतीय जनता पार्टी के नेता कहीं भी कुछ बोलने की स्थिति में नहीं । कम से कम इन परिस्थितियों को इन तस्वीरों को देखने के बाद कुछ तो बोलिए ठेकेदारों के लिए इंजीनियरों के लिए और यह हालात सिर्फ शहर में नहीं है यह हालत पूरे जिले के अंदर है यदि अधिकारी और नेता गोपनीय तौर पर दौरा करें उन्हें हर जगह गड़बड़ी मिलेगी क्योंकि नीचे से लेकर ऊपर तक सबको कमीशन चाहिए और यदि कोई कमीशन देगा तो ईमानदारी से कम कैसे करेगा ।




