रिश्वत लेते पकड़ा गया बाबू

पहले तो लोग सरकारी नौकरी के लिए तरसते हैं और जो सरकारी नौकरी मिल जाती है तो फिर उन्हें रिश्वत भी चाहिए । विनर इस वक्त कुछ लोग ऐसे होते हैं जो काम ही नहीं करते जिसका कामयाजा उन्हें कई बार भुगतना पड़ता है लेकिन इसके बाद भी सरकारी कर्मचारी सुधारने का नाम नहीं ले रहा है सतना जिले के रामपुर बघेलान तहसील कार्यालय में एक बाबू को लोकायुक्त की टीम ने मात्र ₹500 की रिश्वत लेते हुए पकड़ा। तहसील कार्यालय में पदस्थ बाबू उपेंद्र पांडे ₹500 की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिए गए रामपुर बघेलान के रामकृष्ण प्रजापति ने लोकायुक्त रीवा में शिकायत दर्ज कराई थी शिकायत में बताया गया कि बाबू उपेंद्र पांडे ने धारा 170 के मामले को खत्म करने के लिए रिश्वत मांगती थी पहले ₹1500 ले चुका है लेकिन इसके बाद भी वह बार-बार ₹500 मांग रहा है लोकायुक्त टीम ने शिकायत की पुष्टि के बाद रेप कार्रवाई की फरियादी को चिन्हित नोट दिए गए जैसे ही आरोपी ने पैसे लिए टीम में उसे मौका पूछ लिया लोकायुक्त एसपी सुनील पाटीदार ने बताया कि आरोपी को रीवा ले जाया गया पूछताछ के बाद उसे न्यायालय में पेश किया जाएगा । रिश्वत लेने के मामले में इस तरीके की कार्यवाहियां आए दिन की जाती है आए दिन सरकारी कर्मचारी पकड़े जाते हैं लेकिन सरकारी कर्मचारी इतने लालची हो गए हैं कि उनका वेतन से पेट ही नहीं भरता उन्हें यह लगता है कि वेतन पूरी बच जाए और रिश्वत के पैसे से उनके खर्च चल जाए पकड़े जाने के बाद चेहरा ऐसा उदास हो जाता है जैसे इसे ज्यादा नेक दिल इंसान कोई था ही नहीं ।




