अपराध के आरोपी भी बने भाजपा के पदाधिकारी

रीवा जिले की भारतीय जनता पार्टी की कार्यकारिणी घोषित हो गई जिसमें कई अप्रत्याशित एवं चौंकाने वाले नाम भी शामिल किए गए हैं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल्या यह कहते सुने गए थे कि जिले की कार्यकारिणी में कार्यकर्ताओं को महत्व दिया जाएगा लेकिन जिस तरीके से जिले की कार्यकारिणी में लोगों को पदाधिकारी बनाया गया है उसे देखने के बाद तो यह सीधे तौर पर कहा जा सकता है कि यह कार्यकारी जातिवादी मानसिकता को बढ़ा दिया नेताओं के पिट्ठू और पहलवानों को बढ़ावा देती है और यह कार्यकारिणी धन्ना सेठों के चौखट पर चमचमाती कार को महत्व देने वाली है । कुछ कार्यकर्ताओं को महत्व दिया गया है जिस बात को लेकर किसी को आपत्ति नहीं है लेकिन कुछ ऐसे लोगों को भी इस कार्यकारिणी में महत्व दिया गया है जिनके ऊपर आपराधिक आरोप है जो लोग कई महीनो जेल में बंद रहे सिरमौर के जनपद सीईओ के साथ मारपीट करने तक के आरोप है । पूरी कमेटी में दो नाम सर्वाधिक विवादित बताया जा रहे हैं पहला नाम है जिला उपाध्यक्ष मनीष चंद्र शुक्ला का कहा जाता है कि यह सिमरिया के पूर्व विधायक के करीब इन पर यह आरोप है कि उन्होंने सिरमौर जनपद के सीईओ के साथ मारपीट की और सिरमौर थाना में प्रकरण अभी पंजीबद हुआ था जिस पर उनके ऊपर पुराना घातक हमले के आरोप थे जिसके चलते शुक्ला जी जय और जमानत पर बाहर निकले पार्टी ने उन्हें निष्कासित भी कर दिया था लेकिन अब उपाध्यक्ष बन गए चाल चरित्र चेहरे वाली पार्टी में ऐसे व्यक्तियों को पदाधिकारी बनाया जा रहा है जिन लोगों ने सरकार की योजनाओं को संचालित करने वाले को धमकी देकर डंके की चोट पर पीटा। सरकारी मुलाजिम को पीटने वाले व्यक्ति यदि भारतीय जनता पार्टी के संगठन में नियुक्त किए जाएंगे तो ऐसी नीतियों से अपराध को बढ़ावा मिलेगा आम जनता को दिया लगेगा जो व्यक्ति अपराध करता है उसे भारतीय जनता पार्टी पदाधिकारी बना देती है। दूसरा नाम श्रीमती कल्पना पटेल का है जो विहान हॉस्पिटल का संचालन करती है। इसके अलावा उनके पास कोई ऐसी योग्यता नहीं है जिसकी वजह से इन्हें भारतीय जनता पार्टी का उपाध्यक्ष बना दिया गया ये डॉ राकेश पटेल की पत्नी है ।




