चित्रकूट अस्पताल में ऑक्सीजन सिलिंडर का नोजल फटा, नवजात की मौत का आरोप, गैस खोलते समय हुआ हादसा

उत्तरप्रदेश- चित्रकूट जिला अस्पताल में नवजात को ऑक्सीजन लगाने के दौरान ऑक्सीजन सिलिंडर का नोजल फट गया। सिलिंडर से आक्सीजन निकलती देख कर्मचारी भाग निकले। सिक न्यू बार्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) वार्ड में आक्सीजन फैल गई। स्थिति सामान्य होने में एक घंटे से ज्यादा का समय लगा। सोमवार को जिला अस्पताल में कई ऑक्सीजन सिलिंडर आए थे।
जिन्हें कर्मचारियों ने एसएनसीयू कक्ष में रखवा दिया था। नवजात दूसरे कक्ष में भर्ती थे। इधर, एक नवजात की हालत गंभीर होने पर डॉक्टर ने उसे ऑक्सीजन लगाने के लिए लिखा तो कर्मचारियों ने सिलिंडर खोलना चाहा। नोजल कड़ा होने पर तीन कर्मचारियों ने मिलकर उसे खोला तो नोजल फट गया और छत से जा टकराया।
तेज आवाज के साथ गैस निकलती देख कर्मचारी भाग निकले। एक्सरे रूम के कर्मचारी भी बाहर भागे। सीएमएस डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि कोई परेशानी वाली बात नहीं थी। आक्सीजन सिलिंडर का नोजल कड़ा था, जिसे खोलने पर वह छिटक गया और गैस बाहर निकली थी। इससे किसी भी तरह का किसी को नुकसान नहीं हुआ है। अब पूरी तरह सामान्य स्थिति में काम जारी है।
नवजात की मौत का आरोप
चित्रकूट के मानिकपुर में बीमार मासूम को अस्पताल लाते समय एंबुलेंस में आक्सीजन नहीं मिलने से नवजात की मौत हो गई। परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया है। अगरहुडा निवासी कल्लू प्रसाद ने बताया कि उसकी गर्भवती पत्नी विनोदी देवी को प्रसव दर्द होने पर शनिवार की रात को मानिकपुर सीएचसी में भर्ती कराया गया था।
नवजात की हालत बिगड़ी तो डाक्टरों ने उसे आक्सीजन के साथ एसएनसीयू में भर्ती कराने के लिए जिला अस्पताल रेफर कर दिया। परिजन नवजात को एंबुलेंस से जिला अस्पताल लाए, रास्ते में उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि एंबुलेंस में मौजूद चालक व एक अन्य ने आक्सीजन नली नहीं लगाई जिससे उसकी मौत हो गई। इस संबंध में सीएमएस डा.आरके गुप्ता ने बताया कि उनके पास इस मामले की अभी कोई शिकायत नहीं आई है।




