अफगानिस्तान: कोई मेला या बस अड्डा नहीं, ये हैं काबुल एयरपोर्ट के हालात

अफगानिस्तान में लगातार बदतर होते हालात के बीच हजारों की संख्या में लोग अपनी जान बचाने के लिए देश छोड़ने से लिए आतुर हैं. सोमवार सुबह काबुल (Kabul) के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से जो तस्वीरें सामने आई हैं, वो हैरान करती हैं. यहां हजारों की संख्या में लोग फ्लाइट पकड़ने के लिए तैयार हैं, एयरपोर्ट में घुसने के लिए जगह नहीं है और पूरी तरह से भगदड़ का माहौल है.
अफगानिस्तान के कई स्थानीय पत्रकारों द्वारा काबुल एयरपोर्ट की तस्वीरों/वीडियो को ट्वीट किया जा रहा है. एयरपोर्ट पर हजारों की संख्या में लोग अपने बैग लिए घूम रहे हैं और सिर्फ किसी एक फ्लाइट में सीट मिलने का इंतज़ार कर रहे हैं.
हालात यहां तक हो गए हैं कि हजारों की भीड़ एयरपोर्ट के रनवे तक आ पहुंची है, जो देश छोड़ने के लिए बिल्कुल तैयार है. फ्लाइट में बैठने के लिए भी लोगों में धक्का-मुक्की हो रही है और हर कोई किसी भी रास्ते से सिर्फ फ्लाइट में घुसना चाहता है.
हालात कुछ इस कदर हैं कि मानों किसी भीड़ वाले बस अड्डे पर लोग बस में घुसने के लिए संघर्ष करते हुए नज़र आते हैं. बता दें कि काबुल पर अब तालिबान का कब्जा है, सोमवार सुबह ही एयरपोर्ट के पास गोलीबारी हुई थी जिसके बाद लोगों में और भी दहशत का माहौल हो गया है.
भारत ने अपने लोगों के लिए की तैयारी
अफगानिस्तान में लगातार खराब होती स्थिति के बीच भारत ने अपने नागरिकों को निकालने की तैयारी कर ली है. अफगानिस्तान अब पूरी तरह से तालिबान के कब्ज़े में है और अब तालिबानी हुकूमत ही वहां पर राज़ करेगी. इस बीच भारत लगातार अपने लोगों को निकालने में जुटा है.
जानकारी के मुताबिक, भारत सरकार ने एअर इंडिया से दो एयरक्राफ्ट रिजर्व करने को कहा है. ताकि काबुल से इमरजेंसी हालात में भारतीय नागरिकों को निकाला जा सके. एअर इंडिया की ओर से भी स्पेशल क्रू तैयार की जा रही है, जो इमरजेंसी हालात में काबुल के लिए उड़ान भर सकती है.
बता दें कि सबसे मुश्किल हालात ये हैं कि अफगानिस्तान के काबुल में स्थित इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास इस वक्त भगदड़ का माहौल है. यहां के आसपास के इलाके में गोलीबारी हो रही है, जबकि हजारों की संख्या में लोग देश छोड़ने के लिए तैयार हैं. यहां कमर्शियल उड़ानों को भी रोकना पड़ गया था.
अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन समेत कई देशों ने पहले ही अपने लोगों को निकालने का इंतज़ाम किया हुआ है. दूतावास के राजनयिकों को एयरलिफ्ट किया गया है, जबकि अन्य लोगों के लिए स्पेशल इंतज़ाम किए जा रहे हैं.




