क्या BJP में शामिल होंगे कांग्रेस नेता अजय सिंह? राजनीति की बदलती तस्वीर, अजय सिंह के घर जाकर नरोत्तम मिश्रा ने दी जन्मदिन की शुभकामनाएं

भोपाल. अटकलें तेज़ हैं और माहौल गर्म. इन सबके बीच आज प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस नेता अजय सिंह के घर पहुंचकर हलचल और बढ़ा दी. मौका भले ही अजय सिंह के जन्मदिन का है लेकिन ये सिर्फ जन्मदिन की मुबारकबाद देने के लिए औपचारिक मेल मुलाकात से ज्यादा सियासी मौका ज्यादा लगा, कांग्रेस के पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह का आज जन्मदिन है. उनके घर पर बधाई देने वालों का सुबह से तांता लगा हुआ है. मेहमानों के बीच जिसने सबका ध्यान खींच लिया वो खास मेहमान रहे प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा. उन्होंने अजय सिंह के घर पहुंचकर जन्मदिन की बधाई दी.
2 दिन में दो मुलाकातें
चर्चा और अटकलों को बल इसलिए मिल रहा है क्योंकि 2 दिन पहले ही अजय सिंह ने नरोत्तम मिश्रा के घर जाकर उनसे मुलाकात की थी. दोनों के बीच अकेले में करीब 40 मिनट तक गुफ्तगूं हुई थी. लेकिन मीडिया के सामने दोनों ने कोई बयान नहीं दिया. इसलिए अजय सिंह के बीजेपी में जाने की अटकलें तेज हो गयीं.
कमलनाथ और अजय सिंह के बीच सब कुछ ठीक नहीं!
दरअसल अजय सिंह अपनी ही पार्टी में असंतुष्ट चल रहे हैं. उनकी नाराजगी पीसीसी चीफ कमलनाथ से है. कांग्रेस पार्टी के अंदर कमलनाथ के साथ अजय सिंह के मतभेद विंध्य में उनके प्रभाव को लेकर भी सामने आए थे, जब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने विंध्य क्षेत्र के प्रभारी अजय सिंह राहुल के धुर विरोधी रहे चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी को बना दिया था. हालांकि अजय सिंह की नाराजगी के बाद चौधरी राकेश सिंह को मुरैना का प्रभारी बना दिया गया लेकिन अभी भी इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों नेताओं के बीच सब कुछ ठीक नहीं है. ऐसे में अजय सिंह की गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से मेल मुलाकात उनकी बीजेपी से बढ़ती करीबियों का असर है.
कांग्रेस को भरोसा अजय सिंह साथ हैं
हालांकि इन हलचल के बीच कांग्रेस ने साफ कहा है कि 2023 के चुनाव में अजय सिंह कांग्रेस पार्टी में अहम भूमिका निभाएंगे. कांग्रेस प्रवक्ता अजय सिंह यादव ने कहा अजय सिंह पक्के कांग्रेसी हैं और पार्टी छोड़कर जाने का कोई सवाल नहीं है. आज अजय सिंह के जन्मदिन पर प्रदेश कांग्रेस दफ्तर के बाहर उन्हें बधाई वाले बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाए गए हैं.
विंध्य में कमलनाथ का दखल
अजय सिंह पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के बेटे हैं लेकिन पहले 2018 में विधानसभा और उसके बाद 2019 का लोकसभा चुनाव अजय सिंह हार चुके हैं. यही कारण है कि विंध्य क्षेत्र में अब सीधे कमलनाथ ने अपना दखल बढ़ाया है. इसी से अजय सिंह नाराज हैं.
हाशिए पर अजय सिंह
कांग्रेस पार्टी में हाशिए पर चल रहे कांग्रेस नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह क्या पार्टी छोड़ेंगे? इस बात की अटकलें तेजी के साथ लगाई जा रही हैं. दो दिन पहले अजय सिंह ने गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से उनके निवास पर मुलाकात की थी. दोनों नेताओं के बीच बंद कमरे करीब 40 मिनट चर्चा हुई थी. इस मुलाकात के बाद अजय सिंह ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी लेकिन गृह मंत्री नरोत्तम के बयान के कई तरह के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. मिश्रा ने कहा था कि अजय सिंह से उनकी मुलाकात सामान्य थी. मित्रता के नाते उनकी मुलाकात होती रहती है लेकिन साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कांग्रेस पार्टी अजय सिंह के राजनीतिक पृष्ठभूमि और उनके राजनीतिक विरासत का इस्तेमाल नहीं कर पा रही है. गृह मंत्री के इस बयान को लेकर अब बीजेपी और कांग्रेस के अंदर कयासों का दौर तेज हो गया है.
मध्य प्रदेश में तीन विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव होना है. जिसमें सतना रैगांव विधानसभा की सीट भी शामिल है. रैगांव सीट पर कांग्रेस नेता अजय सिंह का भी खासा प्रभाव है और ऐसे में उपचुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और अजय सिंह की मेल मुलाकातों के कई तरह के मायने निकाले जा रहे हैं.




