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नामांकन पत्र दाखिल होने के बाद खुला राज, खतरे में बीजेपी प्रत्याशी की उम्मीदवारी, जाने कारण

मप्र में एक लोकसभा और तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने है। वहीं प्रदेश की दोनों मजबूत पार्टी बीजेपी-कांग्रेस ने अपने-अपने उम्मीदवारों नामों की घोषणा कर दी है। रैगांव उपचुनाव के मैदान में जुगुलकिशोर बागरी के बेटे-बहू को किनारे लगा कर भाजपा  प्रत्याशी बनाई गईं प्रतिमा बागरी की उम्मीदवारी पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। नामांकन पत्र जमा होने के बाद सामने आये प्रतिमा के एक सच ने न केवल उनकी बल्कि भाजपा की भी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। एक ही वक्त पर प्रतिमा के दो जगह से मतदाता होने के सामने आये साक्ष्यों ने भाजपाई खेमे में खलबली मचा दी है।

दरअसल, रैगांव उपचुनाव में भाजपा की प्रत्याशी बन कर मैदान में उतरीं प्रतिमा बागरी का नाम सतना जिले की दो अलग- अलग विधानसभाओं नागौद और रैगांव के गांवों की मतदाता सूची में दर्ज होने का मामला सामने आया है। नामांकन पत्रों की संवीक्षा के ठीक पहले सामने आई इस जानकारी ने भाजपा और भाजपा प्रत्याशी दोनों की मुश्किलें बढ़ा दी। हालांकि भाजपा का कहना है कि प्रतिमा ने नागौद विधानसभा क्षेत्र के ग्राम अमदरी की वोटर लिस्ट से अपना नाम काटने का आवेदन दे कर पावती ले ली है,अब आगे का काम निर्वाचन आयोग एवं कार्यालय का है। लिहाजा, उनके लिए परेशानी का कोई विषय ही नहीं है। लेकिन जानकारों की मानें तो यह लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 17 एवं 31 के तहत दंडनीय अपराध है और इन बात की शिकायत जिला निर्वाचन अधिकारी से होगी।

बहरहाल, नागौद के अमदरी और रैगांव के कोठी में एक ही समय पर मतदाता होने की जानकारी छिपाने पर प्रतिमा की उम्मीदवारी भी खतरे में पड़ सकती है। हालांकि अभी स्क्रूटनी नहीं हुई है और प्रतिमा की उम्मीदवारी बचेगी या डमी फ़ार्म भरकर बैठे पुष्पराज बागरी-रानी बागरी जैसे बागियों की लॉटरी लगेगी यह स्क्रूटनी के परिणामों के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा। बता दें कि कल सोमवार को स्क्रूटनी होनी है।

 

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