क्या राहुल समर्थकों को निपटाएंगे पटवारी

सतना। मध्य प्रदेश के अंदर लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी का प्रदर्शन अत्यंत घटिया रहा मध्य प्रदेश के अंदर लोकसभा की 29 सीट है जिसमें 29 की 29 सीट भारतीय जनता पार्टी ने जीत पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 28 सीट जीती थी लेकिन इस बार भारतीय जनता पार्टी में छिंदवाड़ा सीट कांग्रेस से छीन ली। विधानसभा चुनाव में जब कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला तो कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व में कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया और जीतू पटवारी को अध्यक्ष बनाया उम्मीद की जा रही थी की जीतू पटवारी मध्य प्रदेश के अंदर हायर ब्रांडी नेता है कांग्रेस को पुनर्जीवन प्रदान करेंगे लेकिन उनके कार्यकाल में कांग्रेस की और बुरी दुर्गति हो गई कांग्रेस का इतिहास जब भी लिखा जाएगा तो इतिहास में लोकसभा चुनाव में सबसे खराब प्रदर्शन जीतू पटवारी के कार्यकाल में ही लिखा जाएगा जीतू पटवारी के कार्यकाल में कांग्रेस 29 की 29 सीट हार गई इसके अलावा जीतू पटवारी ने इंदौर से जिस प्रत्याशी अक्षय बम की वकालत की थी उस प्रत्याशी ने चुनाव के पूर्व ही पलटी मार दिया और भाजपा ज्वाइन प्रदेश अध्यक्ष के लिए इससे बुरी स्थिति क्या हो सकती है लेकिन कांग्रेस ने इसके बाद भी जीतू पटवारी पर अभी तक भरोसा बनाए रखा है हालांकि लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद सबसे पहला हमला प्रतिपक्ष के नेता अजय सिंह राहुल ने जीतू पटवारी के ऊपर बोला और उन्होंने कहा की इस हार की समीक्षा की जानी चाहिए। इतना ही नहीं अजय सिंह राहुल ने तो दिग्विजय सिंह और कमलनाथ पर भी हमला बोला लेकिन फिलहाल अभी कांग्रेस का सिर्फ नेतृत्व खुश फहमी में है क्योंकि वर्षों बाद कांग्रेस 99 का आंकड़ा लोकसभा में छू पाई है। इन हमलो के बीच कांग्रेस का सिर्फ नेतृत्व जीतू पटवारी को अभय दान देता है या आने वाले कुछ दिनों में उनकी बलि ले लेता है यह सब कुछ निर्भर करता है कांग्रेस के शीर्ष समिति पर लेकिन यदि कांग्रेस को भविष्य की कांग्रेस बनाना है तो निश्चित तौर पर किसी युवा चेहरे पर ही कांग्रेस को दाव लगाना पड़ेगा कांग्रेस ने गलत नाम पर दाव नहीं लगाया था लेकिन जंग लगी हुई कांग्रेस में कोई भी व्यक्ति आकर 24 घंटे में ऊर्जा का संचार तो नहीं कर सकता लेकिन जीतू पटवारी को अगर कांग्रेस वक्त देता है तो उम्मीद की जानी चाहिए की जीतू पटवारी कांग्रेस में ऊर्जा का संचार कर सकते हैं क्योंकि कांग्रेस के पास अब बहुत ज्यादा विकल्प मध्य प्रदेश में नहीं है यदि पुराने चेहरों को छोड़ दिया जाए तो नए चेहरों में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व में सही चयन किया था यह अलग बात है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की हालत बहुत ज्यादा पतली है और भारतीय जनता पार्टी जिस आक्रामक तरीके से राजनीति के मैदान में बल्लेबाजी करती है उसके सामने किसी भी कांग्रेस अध्यक्ष का इतनी आसानी से टिक पाना मुश्किल है फिलहाल मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी में नए व्यक्तियों को मौका दिया जाएगा ऐसा जीतू पटवारी ने कहा है उम्मीद की जा रही है कि कांग्रेस के कई जिला अध्यक्ष भी बदले जाएंगे ऐसे में जीतू पटवारी क्या अजय सिंह राहुल समर्थकों को भी संगठन से बाहर का रास्ता दिखा देंगे या अजय सिंह राहुल के हमले से डर कर उन व्यक्तियों को अभयदान देंगे अब देखना यह है कि जीतू पटवारी करते क्या है।