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माई शारदा का दर्शन पहले बड़ा आदमी करेगा गरीब नहीं

नारायण त्रिपाठी बोलने में आंदोलन करने में चिट्ठी लिखने में गरीबों की आवाज उठाने में कभी पीछे नहीं रहते। मैहर जिले के अंदर माई शारदा के धाम पर अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया चल रही है कुछ आक्रमण हटाई भी गए कुछ लोगों को नोटिस दे दी गई लेकिन मैहर के पूर्व विधायक नारायण त्रिपाठी का कहना है कि गरीबों को हटाने के पहले उन्हें पहले कहीं व्यवस्थापित किया जाए इसके बाद उन्हें हटाया जाए । नारायण त्रिपाठी कोई मालूम है कि आंदोलन कैसे किया जाए गरीबों की नब्ज पर हाथ कैसे रखा जाए जो हैरान परेशान है उन्हें अपने पक्ष में कैसे किया जाए जैसे ही उन्हें पता चला की शारदा मंदिर के आसपास के व्यवसाय परेशान है वह आंदोलन प्रदर्शन धारण करने मैहर पहुंच गए 22 सितंबर को जोरदार तरीके से आंदोलन प्रदर्शन धरना भी हुआ साथ ही नारायण त्रिपाठी ने धमकी भरे अंदाज में शासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि गरीबों के साथ अन्याय किया तो 50000 जनता जोड़कर मेल ठप कर देंगे जब मेला परिसर में गरीबी नहीं रहेगा तो ऐसे मेले का क्या मतलब । इस तरीके की भाषा बोलने का साहस और इस तरीके की भाषा बोलने की हिम्मत विंध्य क्षेत्र के अंदर बहुत कम नेताओं की है । नारायण त्रिपाठी की सक्रियता देखते हुए यह बात बिल्कुल साफ है कि नारायण त्रिपाठी अगला चुनाव मैहर से ही लड़ेंगे । नारायण त्रिपाठी पहली बार समाजवादी पार्टी से विधायक चुने गए थे उसके बाद समाजवादी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए कांग्रेस से भी विधायक रहे लेकिन अजय सिंह राहुल से नारायण त्रिपाठी की नहीं पति और जब अजय सिंह राहुल लोकसभा का चुनाव से लड़ रहे थे तो नारायण त्रिपाठी ने कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले ली उसके बाद मैहर में चुनाव हुए उप चुनाव भी नारायण त्रिपाठी जी भारतीय जनता पार्टी ने इन्हें दोबारा टिकट दिया और दोबारा भी नारायण त्रिपाठी विधायक बने लेकिन उसे बार सरकार कांग्रेस की जैसे ही कांग्रेस की सरकार बनी नारायण त्रिपाठी का झुकाव कमलनाथ की तरफ हो गया और जब कमलनाथ की सरकार गिर गई उसके बाद भी नारायण त्रिपाठी भारतीय जनता पार्टी सरकार के विरुद्ध लगाकर बोलते रहे जिसके चलते 2023 में उनकी टिकट काट दी गई नारायण त्रिपाठी या उम्मीद करके चल रहे थे कि उन्हें कांग्रेस टिकट दे देगी लेकिन कांग्रेस ने भी टिकट नहीं दिया मजबूरी उन्हें अपनी पार्टी से चुनाव लड़ना पड़ा जिसके चलते वह चौथे नंबर पर रहे लेकिन बीते वर्षों में जो गलतियां नारायण त्रिपाठी ने की उन गलतियों को सुधारने का प्रयास कर रहे हैं मैहर जिले के अंदर जब भी गरीब पीड़ित असहाय वंचित शोषित का कोई मामला होता है तू नारायण त्रिपाठी वह लड़ाई लड़ने पहुंच जाते हैं । 22 सितंबर को नारायण त्रिपाठी ने जिला प्रशासनको चेतावनी विधि और धमकी भी दी ।

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