Modi Cabinet Expansion के बाद UP-MP बॉर्डर पर संघ की फील्डिंग, क्या हैं सियासी मायने

चित्रकूट- मोदी कैबिनेट के विस्तार के बाद अब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर संघ ने फील्डिंग जमाना शुरू कर दिया है. संघ प्रमुख मोहन भागवत अगले 5 दिन तक एमपी के उस इलाके में डेरा डालकर बैठकें करेंगे जो उत्तर प्रदेश बॉर्डर से बिल्कुल सटा हुआ है. बॉर्डर से महज 500 मीटर दूर चित्रकूट में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक होने जा रही है.
उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिहाज से इस बैठक को अहम माना जा रहा है. हालांकि संघ से जुड़े पदाधिकारियों का तर्क है कि हर साल यह बैठक आम तौर पर जुलाई में होती है. लेकिन पिछले साल कोरोना की परिस्थितियों में चित्रकूट में बैठक नहीं हो पायी थी. लिहाजा इस साल वहां यह बैठक हो रही है. कोरोना की वजह से इस बैठक में कुछ कार्यकर्ता प्रत्यक्ष तो कुछ वर्चुअल जुड़ेंगे.
बैठक का कार्यक्रम
9-10 जुलाई को 11 क्षेत्रों के क्षेत्र प्रचारक और सह क्षेत्र प्रचारकों की बैठक चित्रकूट में होगी. इसमें विशेष रूप से सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले और सभी पांचों सह सरकार्यवाह उपस्थित रहेंगे. साथ ही संघ के सातों कार्य विभाग के अखिल भारतीय प्रमुख और सह प्रमुख भी शामिल होंगे. 12 जुलाई को देशभर के संघ रचना के अनुसार सभी 45 प्रांतों के प्रांत प्रचारक एवं सह प्रांत प्रचारक ऑनलाइन माध्यम से जुड़ेंगे. 13 जुलाई को अखिल भारतीय संगठन मंत्री भी ऑनलाइन बैठक में शामिल होंगे.
क्या है बैठक का एजेंडा ?
यह बैठक संघ के संगठनात्मक विषयों पर केंद्रित रहेगी. साथ ही कोरोना के संक्रमण से पीड़ित लोगों की सहायता के लिए स्वयंसेवकों द्वारा किये गये सेवा कार्यों की समीक्षा की जाएगी. कोरोना की संभावित तीसरी लहर के प्रभाव का आंकलन करते हुए कार्य योजना पर विचार होगा. संघ शिक्षा वर्ग और विभिन्न प्रकार के संघ कार्यों का आंकलन करते हुए नई योजनाओं पर विचार किया जायेगा. हालांकि इन सबसे इतर संघ प्रमुख का यूपी बॉर्डर पर बैठक करना आगामी यूपी विधानसभा चुनाव के लिहाज से भी अहम माना जा रहा है




