75 वर्षीय विकलांग ने रचाई शादी

सतना- किसी शायर ने मजाकिया लहजे में एक बहुत अच्छा शेर कहा था कि कभी शक मत करना इन बूढ़ों पे
ये सुपारी फोड़ देते हैं मसूड़ों से।
जी हां आपने बिल्कुल सही सुना और सही मायने में इसको समझिए मध्य प्रदेश के अंदर सतना जिले के रामनगर तहसील में एक अनोखी और नायाब शादी हुई मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 65 वर्षीय कन्या मोहनिया गोड ने पूरी तरह से विकलांग 75 वर्षीय भगवानदीन गोड से शादी कर ली । भगवानदीन गुण को गोद में उठाकर सात फेरे कराए गए । प्राय हिंदुस्तान के अंदर ऐसी मान्यता है की मिर्ची की कभी झार नहीं जाती और पुरुष कभी बूढ़ा नहीं होता जिसकी बांधी आज रामनगर में देखने को मिल गई 75 वर्षीय भगवानगोड ने अपनी साली मोहनिया से आज विधिवत शादी रचा ली । ग्रामीणों ने बताया कि भगवान दीन की पत्नी का निधन हो गया था मोहनिया भगवानदीन के साथ ही रहती थी लेकिन मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत मोहनिया आज पूरे रस्मो रिवाज के साथ परिणय सूत्र में बंध गई अब सवाल यह उठता है कि क्या 65 वर्षीय महिला भी कन्या के दायरे में आती है आती है तो बहुत अच्छी बात है इस तरीके से शादियां होनी चाहिए शासकीय धन इस तरीके से लुटाया जाना चाहिए।




