सरकार बनने के लिए शिवराज ने गाई बहनों की गाथा

2023 के विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बहनों के प्रति कुछ ज्यादा ही गंभीर दिखाई पड़ रहे हैं लाडली लक्ष्मी बहना योजना के तहत शिवराज सिंह चौहान ने हर महीने बहनों के खाते में ₹1000 डालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है 3 महीने से रेगुलर बहनों के खाते में पैसे आ रहे हैं साथ ही उन्होंने यह दावा भी किया है बढ़ाकर यह पैसा 3000 कर दिया जाएगा । मध्य प्रदेश के रीवा जिले में लाडली बहना को संबोधित करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने बहनों की गरिमा का जिस तरीके से बखान किया उसे सुनकर बहने ना सिर्फ प्रसन्न हुई बल्कि उन्हें बहन होने पर अभियान भी हुआ । भारतीय जनता पार्टी की सरकार में भले ही भ्रष्टाचार अपनी सारी हदें पार कर गया हो लेकिन इसमें कोई दो मत नहीं है कि भारतीय जनता पार्टी दूसरे दलों की अपेक्षा भारतीय संस्कृति सभ्यता की पोशक है । शिवराज सिंह चौहान ने जब प्रदेश की सत्ता संभाली थी तभी उन्होंने लाडली लक्ष्मी योजना का शुभारंभ किया था इसी लाडली लक्ष्मी योजना के दम पर शिवराज सिंह चौहान दूसरी बार बिना किसी विरोध के प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाने में सफल रहे। दो हजार अट्ठारह में शिवराज सिंह चौहान से कुछ चूक हुई जिसके चलते मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल पाया और कांग्रेश निर्दलीय और बहुजन समाज पार्टी के विधायकों का साथ लेकर सरकार बनाने में कामयाब रही लेकिन वह सरकार बहुत दिन तक चल नहीं पाई ज्योतिरादित्य सिंधिया कमलनाथ का अंतर्विरोध कांग्रेसी सरकार के पतन का कारण बना। 2018 की चुनावी हार की समीक्षा जब शिवराज सिंह ने की तो उन्हें लगा कि 2023 के चुनाव में इस बार पुनः लाडली लक्ष्मी की तरह लाडली बहना वाला दाव खेला जाए निश्चित तौर पर यह वोट कबाड़ने के मामले में मील का पत्थर साबित होगा । यदि चुनाव के पहले लाडली बहन योजना के तहत मिलने वाली राशि 1000 से बढ़कर दो हजार या 3000 होने पाई तो बहुत संभावना है कि मध्य प्रदेश के अंदर भारतीय जनता पार्टी फिर से सरकार बनाने में कामयाब हो सकती है हालांकि 2023 को देखते हुए शिवराज सिंह चौहान ने सभी वर्गों को प्रसन्न करने की कोशिश की वह चाहे आशा कार्यकर्ता हूं चाहे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हूं चाहे पेंशनर हो चाहे पंच सरपंच हूं सभी को 2023 का चुनाव ध्यान में रखते हुए रेवड़ी बांटने में शिवराज सिंह कोई संकोच नहीं कर रहे हैं अब देखना यह है कि जिस तरीके से शिवराज सिंह चौहान लाडली बहन की चिंता कर रहे हैं क्या 2023 की चुनाव में लाडली बहन भी शिवराज सिंह और भारतीय जनता पार्टी की चिंता करेगी या पैसा लेने के बाद भी भारतीय जनता पार्टी को ठेंगा दिखा देगी । इन सारी बातों का पता तो 2023 का चुनाव परिणाम आने के बाद ही चलेगा की बहनों ने भारतीय जनता पार्टी और शिवराज सिंह का साथ दिया या नहीं। यदि बहनों ने भारतीय जनता पार्टी का साथ नहीं दिया तो एक ही बड़े दावे के साथ कहीं जाएगी की जनता यदि ठान लेती है कि वोट नहीं देना है तो आप चाहे कुछ भी बांट दीजिए फिर वोट नहीं देती।




