एक्शन मोड में मैहर विधायक

सतना। सतना और मैहर जिले के अंदर 7 विधानसभा सीट हैं जिसमें दो विधायक पहली बार जीते हैं। दोनों विधायक भारतीय जनता पार्टी के ही हैं। पहली बार जीतने वाले विधायकों में मैहर से श्रीकांत चतुर्वेदी और रैगांव से प्रतिमा बागरी। बाकी पांच विधायक इसके पहले भी विधायक रह चुके हैं। रामपुर विधायक विक्की सिंह दूसरी बार चुनाव जीते हैं और सुरेंद्र सिंह गहरवार भी चित्रकूट से दूसरी बार चुनाव जीतने में कामयाब रहे तथा सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा भी दूसरी बार चुनाव जीते है। नागौद के विधायक नागेंद्र सिंह एवं अमरपाटन के विधायक राजेंद्र सिंह का लंबा राजनीतिक कैरियर है और ये दोनो कई बार विधायक बन चुके हैं। ज्यादातर विधायक या तो भोपाल में है और यदि अपने क्षेत्र में है तो उन्हें माला और स्वागत से ही फुर्सत नहीं मिल रही है लेकिन श्रीकांत चतुर्वेदी एक ऐसे विधायक है जो एक्शन मोड़ में आ गए उन्होंने मैहर जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण कर लिया। अब निरीक्षण के दौरान जितनी भी विसंगतिया पाई जा सकती हैं या देखी जा सकती हैं उतनी विसंगतियां मैहर जिला चिकित्सालय में देखने को मिली मैहर में एक डॉक्टर है वीके गौतम यह सतना से रोज अपडाउन करते हैं इन्हें मरीजों से क्या लेना-देना आज तक जितने भी विधायक बने उन्होंने चिकित्सालय का औचक निरीक्षण करना भी उचित नहीं समझा। यदि प्रदेश के सारे विधायक चिकित्सा शिक्षा और रोजगार पर फोकस कर दें तो आम जनता अपने आप इन विधायकों से इतना प्रसन्न हो जाएगी जिसकी कोई सीमा नहीं है लेकिन बड़े अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है की तमाम डॉक्टर इन विधायकों से दुआ सलाम बनाकर अपनी मनमानी को अंजाम देते हैं किसी भी शासकीय चिकित्सालय पर यदि कोई नेता 8 बजे अपनी उपस्थिति दर्ज कर दे तो अधिकांश डॉक्टर वहां अनुपस्थित ही मिलेंगे लेकिन किसी भी नेता को फुर्सत कहा है भला हो मैहर विधायक का उन्होंने मैहर जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण करके आम जनता की पीड़ा जानने की कोशिश की अब देखना यह होगा कि मैहर विधायक के औचक निरीक्षण का आम जनता को प्रतिफल क्या मिलता है।




